RSS कार्यकर्ता क्यों कांग्रेस ऑफिस में भेज रहे हैं शॉर्ट्स? जानें इसके पीछे की वजह

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया द्वारा आरएसएस के खिलाफ दिए गए बयान पर सियासत तेज हो गई है और आरएसएस कार्यकर्ता अपना विरोध दर्ज करने के लिए अनोखा तरीका अपना रहे हैं. बता दें कि कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विरोध के संकेत के रूप में ‘शॉर्ट्स’ जलाई जाएगी.

कांग्रेस दफ्तर में शॉर्ट्स भेज रहे आरएसएस कार्यकर्ता
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया (Siddaramaiah) के बयान का विरोध जताने के लिए आरएसएस कार्यकर्ता कांग्रेस दफ्तर में शॉर्ट्स भेज रहे हैं. कर्नाटक के मांड्या में मंगलवार को आरएसएस कार्यकर्ता लोगों से शॉर्ट्स जमा करते देखे गए, जो कांग्रेस कार्यालय भेजे जाएंगे.

कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद?
बता दें कि कर्नाटक की राजनीति में इनदिनों आरएसएस की खाकी शॉर्ट्स को लेकर बवाल मचा हुआ है. भाजपा सरकार की शिक्षा नीति के विरोध में कुछ दिनों पहले NSUI के कार्यकर्तायों ने शिक्षा मंत्री का विरोध करते हुए उनके तुमकुरु आवास के बाहर आरएसएस की खाकी निक्कर को जलाया था. शिक्षा मंत्री उस समय घर पर नहीं थे. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की और छात्र नेताओं की गिरफ्तारी भी की. सरकार के इस कदम से नाराज पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विरोध में सांकेतिक तौर पर एक शॉर्ट्स जलाई थी. उसे पुलिस और सरकार ने एक बड़ा अपराध बना दिया और कहा कि घर जलाने की कोशिश थी. अब हम शॉर्ट्स जलाने का एक कार्यक्रम शुरू करेंगे.

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी की शॉर्ट्स मुद्दे पर प्रतिक्रिया
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) के शॉर्ट्स जलाने के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि सिद्धारमैया ने किस संदर्भ में ये बात कही है. हम सभी आरएसएस से आते हैं. आरएसएस हमें प्रेरणादायी विचार देता है. हम भाजपा में राजनीतिक निर्णय लेते हैं. हमारी एक प्रणाली है. राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. राज्य स्तर पर हमारे पास मुख्यमंत्री और अध्यक्ष हैं. हम सभी सामूहिक रूप से निर्णय लेते हैं कि प्रशासन कैसे चलना है. पर इसमें कोई शक नहीं कि हम सभी आरएसएस से आते हैं.

उन्होंने आगे कहा कि जहां तक चड्ढी अभियान की बात है तो मैं कहूंगा सिद्धारमैया (Siddaramaiah) और कांग्रेस की चड्ढी ढीली हो गई है. चामुंडेश्वरी एसेंबली चुनाव में मतदाताओं ने सिद्धारमैया की चड्ढी और धोती ले ली.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1