तीनों हिंदी भाषी राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की बुरी हार में कई मुद्दों की अहम भूमिका रही, लेकिन ‘लाल डायरी’, ‘महादेव ऐप’ और ‘पेपर लीक’ अंतिम समय में खलनायक बनकर उभरे.
राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की बुरी हार हुई है. इस हार के पीछे कई मुद्दे हो सकते हैं, लेकिन ‘लाल डायरी’, ‘महादेव ऐप’ और ‘पेपर लीक’ की भूमिका से कोई इनकार नहीं कर सकता है. राजस्थान में लाल डायरी और आठ परीक्षाओं के पेपर लीक के मुद्दे अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को निपटाने में अहम भूमिका निभाई. यही कारण है कि जाति आधारित जनगणना और तमाम कल्याणकारी योजनाओं के बावजूद कांग्रेस की बुरी हार हुई है.
कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे बुरा मध्य प्रदेश में हुआ जहां पार्टी सत्ता में वापसी को लेकर आश्वस्त थी. लेकिन, राज्य में कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी के पास भाजपा के सोशल इंजीनियरिंग और कल्याणकारी योजनाओं का कोई विकल्प नहीं था.
राज्य में कड़े मुकाबले की आहट को देखते हुए भाजपा ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अभियान चलाया और अपने केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को चुनावी मैदान में उतार दिया. दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी ने अपनी 11 गारंटियों पर पूरे अभियान को केंद्रित रखा. शिवराज सरकार की लाडली बेहना स्कीम के कारण महिलाओं का पूरा समर्थन भाजपा को मिला.
भाजपा के नाम रहा सेमीफाइनल
इन तीनों राज्यों में मिली जीत से भाजपा बेहद उत्साहित है. 2019 के लोकसभा में इन तीनों राज्यों की 65 लोकसभा सीटों में से 61 पर उसकी जीत हुई थी. उसे मध्य प्रदेश की 29 में से 28, राजस्थान की 25 में से 24 और छत्तीसगढ़ की 11 में से नौ सीटों पर जीत मिली थी.
ये चुनावी नतीजे कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लिए बड़ा झटका है. वह अपनी भारत जोड़ो यात्रा के जरिए जमीन पर कांग्रेस को मजबूत करने में लगे हुए थे. उनकी य का दूसरा चरण भी शुरू होने वाला है. यहां तक कि कांग्रेस पार्टी की ओर से जाति आधारित जनगणना र्व.. मांग का भी मतदाताओं पर कोई खास असर नहीं हुआ. चुनावी पंडित इन चुनावों को 2024 के लोकसभा के लिए सेमीफाइनल मान रहे थे. ऐसे में इनमें मिली शानदार जीत से भाजपा बेहद उत्साहित है.
लाल डायरी प्रकरण
राजस्थान में लाल डायरी प्रकरण की खूब चर्चा हुई थी. मंत्रिमंडल से राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त किए जाने के बाद लाल डायरी प्रकरण सामने आया था. गुढ़ा का दावा था कि यह डायरी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार की बही- खाता थी. राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अफराध भी अहम मुद्दा रहा. पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार को जमकर घेरा.
जहां तक छत्तीसगढ़ की बात है तो वहां बहाली में भ्रष्टाचार अहम मुद्दा रहा. इस मुद्दे पर भाजपा ने बघेल सरकार को खूब घेरा. फिर चुनाव से ऐन पहले महादेव ऐप का मामला सामने आया. इसने भी बघेल सरकार को परेशानी में डाला.