Rakesh Jhunjhunwala की अकासा एयरलाइंस को DGCA से मिली हरी झंडी, इसी महीने शुरू होगी उड़ान

शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) के समर्थन वाली एयरलाइंस अकासा एयर (Akasa Air) को नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) से हवाई परिचालक प्रमाणपत्र (Air Operator Certificate) मिल गया है. एयरलाइन की वाणिज्यिक उड़ानें इसी महीने शुरू होंगी.

अकासा एयर ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि एयरलाइन की परिचालन की तैयारियों के संदर्भ में सभी नियामकीय और अनुपालन जरूरतों को पूरा करने के बाद उसे एओसी मिल गया है. एयरलाइन ने डीजीसीए की निगरानी में कई परीक्षण उड़ानों का सफलतापूर्वक संचालन किया है.

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शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला समर्थित अकासा एयर को 21 जून को अपने पहले बोइंग 737 मैक्स विमान की डिलीवरी मिली है. अकासा एयर के संस्थापक-मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय दुबे ने कहा, एओसी प्रक्रिया के दौरान रचनात्मक निर्देशन, सक्रिय समर्थन के लिए हम डीजीसीए के आभारी हैं. हमारा इरादा जुलाई के अंत तक अपनी वाणिज्यिक उड़ानें शुरू करने का है. सरकार डिजिटलीकरण का नया दौर शुरू करने की तैयारी में है.

अकासा एयर ने कहा कि इसी के तहत वह पहली एयरलाइन है जिसकी समूची एओसी प्रक्रिया को सरकार के प्रगतिशील ईजीसीए डिजिटल मंच के जरिये पूरा किया गया. अकासा एयर ने कहा कि वह दो विमानों के साथ अपना वाणिज्यिक परिचालन शुरू करेगी. हर महीने वह अपने बेड़े में नये विमान जोड़ेगी.

आपको बताते चलें कि अकासा एयर (Akasa Air) का पहला बोइंग 737 मैक्स (Boeing 737 Max) विमान बीते 21 जून को नयी दिल्ली पहुंचा. एयरलाइन ने 15 जून को सिएटल में आधिकारिक तौर विमान की चाबियां ली थीं और अब यह देश में आ चुकी है. अकासा के आने से उड्डयन क्षेत्र में और प्रतिस्पर्धा बढ़ने की उम्मीद है.

अकासा एयर की फ्लाइट्स शुरुआती दिनों में मेट्रो महानगरों से टियर-2 और टियर-3 शहरों के लिए ही होंगी. इसके अलावा, महानगरों के बीच भी फ्लाइट्स संचालित की जाएंगी. परिचालन शुरू होने के पहले 12 महीनों में उसकी योजना 18 विमानों का बेड़ा तैयार करने की है और उसके बाद हर साल एयरलाइन 12-14 विमानों को जोड़ती जाएगी.

कौन हैं राकेश झुनझुनवाला?

शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला को भारत का वॉरेन बफे कहा जाता है. कहते हैं कि 1985 में उन्‍होंने केवल 5 हजार रुपये से निवेश के अपने सफर की शुरुआत की थी और लगभग तीन दशक में उनके निवेश का मूल्‍य 39 हजार 500 करोड़ रुपये से ज्‍यादा का हो गया है. मार्केट एक्सपर्ट्स कहते हैं कि उनका हाथ जिस शेयर पर पड़ जाता है, वह रातोंरात ऊंचाइयाें पर पहुंच जाता है. यही वजह है कि उनकी हर चाल पर निवेशकों की नजर रहती है. शेयरों को चुनने में उनकी बारीक नजर बेजोड़ है. और यह बात तभी से सच साबित होने लगी थी, जब से उन्‍होंने निवेश की शुरुआत की थी.

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