पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान जनता को राहत देने के लिए पेट्रोलियम मंत्रालय ने कोशिश तेज कर दी है। पेट्रोलियम मंत्रालय ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कम करने के लिए एक्साइज ड्यूटी में कटौती की मांग की है। आपको बता दें बीते 29 दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमत में स्थिरता के बाद गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल प्रति लीटर 23 पैसे बढ़ कर 84.20 रुपये पर चला गया तो डीजल 26 पैसे महंगा होकर 74.38 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में होने वाली वृद्धि का असर रोज़मर्रा की चीजों पर भी पड़ता है। जिससे सीधे तौर पर महंगाई बढ़ती है।
पेट्रोलियम मंत्रालय ने ऊंची पेट्रोल, डीजल कीमतों से राहत की सिफारिश की है। इसके लिए एक्साइज ड्यूटी में कटौती की मांग की गई है। कहा गया है कि कोविड के दौरान जितनी एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है अगर उसमें से आधी कटौती की जाती है तो कीमतों में 5 रुपये प्रति लीटर की कमी आ सकती है। लेकिन इसका पूरा फायदा पहुचानें के लिए राज्यों को भी सहयोग करते हुए वैट में कटौती करनी होगी जिसके लिए राज्यों को सहमत करना होगा।
राज्यों से VATकम करने की अपील हो सकती है। तेल Cos को कुछ बोझ उठाने को कहा जा सकता है। बता दें कि इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम में तेजी का माहौल बना हुआ है। ब्रेंट के दाम फरवरी के बाद सबसे ऊपरी स्तर पर हैं। डोमेस्टिक मार्केट में पेट्रोल-डीजल के दाम आज फिर बढ़ गए हैं। सरकारी तेल कंपनियों (Government oil companies) ने पेट्रोल-डीजल के दाम 29 दिन तक स्थिर रखने के बाद आज बढ़ा दिए हैं। पेट्रोल के दाम में 21 से 23 पैसे और डीजल के दाम में 26 से 29 पैसे की बढ़ोतरी हुई है।