गूगल प्ले स्टोर से अस्थायी तौर पर हटाए जाने के एक हफ्ते बाद ही पेमेंट ऐप Paytm ने इंडियन प्रीमियर लीग से जुड़ी Cashback Scheme दोबारा शुरू कर दी है। Paytm ने आरोप लगाया था कि कैशबैक स्कीम के कारण उसे एंड्रॉयड प्ले स्टोर से हटाया गया था। हालांकि, गूगल ने Paytm को प्ले स्टोर से हटाते समय आरोप लगाया था कि पेमेंट ऐप ने गैम्बलिंग को लेकर ऐप डेवलपर्स के लिए उसके दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया है।
Paytm ने कैशबैक स्कीम को दोबारा शुरू करते हुए कहा है कि हमने स्कीम में कुछ बदलाव कर दिए हैं ताकि हमारा क्रिकेट सेलिब्रेशन जारी रखा जा सके। हालांकि, यूजर्स के लिए ‘पेटीएम क्रिकेट लीग’ का अनुभव पहले जैसा ही रहेगा। यूजर्स को हर लेनदेन पर सरप्राइज प्लेयर स्टीकर्स मिलते रहेंगे, जिसके आधार पर उन्हें कैशबैक मिलता रहेगा। गूगल ने 18 सितंबर को प्ले स्टोर से Paytm ऐप को हटाते हुए कहा था कि वह किसी भी गैंबलिंग ऐप का समर्थन नहीं करता है। जुए से जुड़ी उसकी नीतियों का उल्लंघन करने के कारण Paytm पर यह कार्रवाई की गई है।
गूगल के बैन के बाद One97 Communication Ltd. का यूपीआई ऐप Paytm प्ले स्टोर पर सर्च करने पर नहीं दिख रहा था। हालांकि, पहले से Android स्मार्टफोन्स में इंस्टॉल्ड ऐप काम कर रहा था। गूगल ने अपने ब्लॉग में लिखा था कि हम ऑनलाइन कैसिनो की अनुमति नहीं देते हैं। हम किसी भी ऐसे ऐप का समर्थन नहीं करते हैं जो किसी उपभोक्ता को किसी दूसरी वेबसाइट पर ले जाता हो। अगर कोई ऐप किसी ऐसी वेबसाइट पर कस्टमर को ले जाता है, जहां नकद पुरस्कार जीतने के लिए किसी टूर्नामेंट में भाग ले सकते हैं। गूगल किसी भी ऐप को ऐसा करने की अनुमति नहीं देता है और ऐसा करना गूगल नीतियों का उल्लंघन है।
Paytm ने पलटवार करते हुए दावा किया कि भारत में वैध होने के बाद भी गूगल ने उसे कैशबैक की पेशकश हटाने के लिए मजबूर किया है। Paytm ने आरोप लगाया कि गूगल की भुगतान सेवा ‘Google Pay खुद क्रिकेट पर आधारित ऐसी ही पेशकश कर रही है। इस पर गूगल ने कहा कि सिर्फ Cashback और वाउचर गूगल प्ले की सट्टेबाजी से जुड़ी नीतियों का उल्लंघन नहीं हैं। साथ ही कहा कि अगर Paytm नीतियों का आगे भी उल्लंघन करेगा तो गूगल प्ले डेवलपर अकाउंट को सस्पेंड किया जा सकता है।