बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी पार्टियां अपने-अपने गठबंधनों का समीकरण ठीक करने में जुटी हुई हैं। सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन दोनों ही गठबंधनों के घटक दलों के बीच रार मची हुई है। खासकर NDA में लोजपा की तरफ से लगातार ये बयान आते रहे हैं कि वह 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। लेकिन इस बीच खबर है कि BJP ने लोजपा को 27 विधानसभा सीटों और MLC की 2 सीटें ऑफर की हैं। BJP ने लोजपा को इन सीटों की पूरी लिस्ट भी सौंप दी है। इस ऑफर पर अब लोजपा की केंद्रीय चुनाव समिति अंतिम निर्णय लेगी।
बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच लोजपा को BJP की तरफ से मात्र 27 सीटें ऑफर किए जाने से अब सियासी हलचल तेज हो गई है। रविवार को ही लोजपा की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने तार्किक समझौते के तहत सीटों पर उम्मीदवार उतारने की बात कही थी। चिराग ने पार्टी के नेताओं से कहा था कि वे 143 सीटों पर BJP के साथ लेकिन जेडीयू के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहते हैं। ऐसे में NDA से लोजपा के अलग होने की आशंकाओं के मद्देनजर चिराग पासवान को लोजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने यह सलाह दी थी कि मौजूदा माहौल में NDA से अलग होकर चुनाव लेना जोखिम भरा हो सकता है। इसके बाद आज BJP की तरफ से लोजपा को 27 सीटों का ऑफर दिए जाने से बिहार का सियासी पारा और गर्माने के आसार हैं।

बिहार चुनाव की घोषणा से पहले से ही NDA में सीट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान पिछले कई महीनों से JDU के मुकाबले चुनाव में अपनी पार्टी का उम्मीदवार उतारने की बात कहते रहे हैं। वहीं, इस बारे में बीजेपी के नेता लगातार कहते रहे हैं कि NDA में सीट बंटवारे का मसला आसानी से सुलझा लिया जाएगा। लेकिन अब जबकि BJP की तरफ से लोजपा को सीधे-सीधे 27 सीटें ऑफर कर दी गई हैं, ऐसे में यह पेंच सुलझने के बजाये और उलझता नजर आ रहा है। अब देखना होगा कि बीजेपी के ऑफर पर लोजपा की केंद्रीय चुनाव समिति क्या फैसला करती है। इस समिति के फैसले के बाद ही तय हो पाएगा कि बिहार चुनाव में लोजपा NDA के साथ रहेगी या अलग।