केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर पलटवार किया है. उन्होंने तेजस्वी के उस दावे को खारिज किया है जिसमें उन्होंने कथित तौर पर उनसे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में शामिल होने की इच्छा जाहिर की थी. उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव ‘असत्य’ बोल रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि आरजेडी के नेता ने असत्य का सहारा लिया ताकि भ्रम पैदा हो, जिसका उपयोग वो अपने लाभ के लिए कर सकें.
नित्यानंद राय ने कहा कि उन्हें याद रखना चाहिए कि बिहार में एनडीए एकजुट है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में यह अपना कार्यकाल पूरा करेगा. उन्होंने कहा कि आरजेडी वंशवादी पार्टी है, जिसकी विचारधारा सिर्फ सत्ता है. आरजेडी का मुद्दा कभी जनसेवा नहीं रहा है. सत्ता में बने रहने के लिए वो समाज के हर लोगों को तोड़ने का काम करती है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सुशासन की सरकार के खिलाफ बोलने के लिए तेजस्वी के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसीलिए ऐसी बातें करते हैं. 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में विपक्ष को अंदाजा हो जाएगा कि जनता ने इन लोगों को रिजेक्ट कर दिया है.
दरअसल बीते 18 जुलाई को बिहार विधानसभा में तेजस्वी यादव से पत्रकारों ने एक सवाल पूछते हुए यह कहा था कि नित्यानंद राय ने भी द्रौपदी मुर्मू के बारे में उनकी टिप्पणी की आलोचना करते हुए एक बयान जारी किया है, तो इस पर तेजस्वी ने मुस्कुराते हुए कहा कि उनके बारे में बात मत करें. केंद्र में मंत्री बनने से पहले वो मुझसे मिले थे और मेरी पार्टी (आरजेडी) में शामिल होने की इच्छा जाहिर की थी.
तेजस्वी यादव के इस दावे पर बीजेपी भड़क उठी थी. पार्टी ने इसे तेजस्वी यादव का अनर्गल प्रलाप बताते हुए कड़ी आपत्ति जताई थी और कहा था कि जब उनको अपनी राजनीति आगे बढ़ाने के लिए झूठ का सहारा लेना पड़ रहा है, तो समझ लेना चाहिए कि परिवार (लालू परिवार) की दुकान बंद होने वाली है.