(CAA NRC in Bihar Election ) : बुधवार को तीसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार शबाब पर रहा। कटिहार में BJP के फायरब्रांड नेता और UP के CM योगी आदित्यनाथ दहाड़ रहे हैं- NDA की फिर सरकार बनते ही चुन-चुनकर घुसपैठियों को बाहर खदेड़ेंगे। वहीं से कुछ सौ-सवा सौ किलोमीटर दूर किशनगंज। वहां बिहार के CM नीतीश कुमार दम भर रहे हैं- किसी में दम नहीं कि CAA-NRC के नाम पर हमारे लोगों को बाहर करे। बिहार विधानसभा चुनाव के आखिरी दौर की लड़ाई अभी बाकी है। 78 सीटों पर वोटिंग होनी है लेकिन तीसरे चरण से ठीक पहले NDA में CAA-NRC के मुद्दे पर दिख रहा बड़ा कन्फ्यूजन उसे नुकसान पहुंचा सकता है।
बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और आखिरी चरण के चुनाव प्रचार करने यूपी के CM योगी आदित्यनाथ कटिहार पहुंचे। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बिहार में घुसपैठ की समस्या को लेकर कहा कि कटिहार घुसपैठ की समस्या से त्रस्त है। बिहार में NDA की सरकार बनने पर घुसपैठिये को निकाल बाहर करेंगे। कहा कि NDA के BJP प्रत्याशी तार किशोर को चौथी बार आशीर्वाद दें,आपके आशीर्वाद से घुसपैठ की समस्या का समाधान होगा। योगी के मुताबिक बिहार में सरकार बनते ही घुसपैठियों को बाहर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कटिहार घुसपैठ की समस्या से परेशान है। इसका निदान किया जाएगा।
बिहार के किशनगंज के कोचाधामन में चुनाव प्रचार करने आए CM नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यकों के लिए हुए कामों का बखान तो किया ही, साथ ही नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और NRC के मुद्दे पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने भाषण की शुरुआत में ही कहा कि कुछ लोग ऐसी फालतूबातें कर रह हैं कि लोगों को देश के बाहर कर दिया जाएगा। नीतीश ने कहा कि किसी में दम नहीं कि हमारे लोगों को देश से बाहर कर दे। गौरतलब है कि कोचाधामन मुस्लिम बहुल सीट मानी जाती है और यहां JDU से मौजूदा विधायक मुजाहिद आलम, RJD से शाहिद आलम और AIMIM से मोहम्मद इजहार मैदान में हैं। ऐसे में सभी जीतके लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। ओवैसी इस पूरे इलाके में CAA-NRC का मुद्दा जोर शोर से उठा रहे हैं।
इन दो अलग-अलग बयानों ने कई सवाल उठा दिए हैं। सवाल ये कि क्या फिर से NDA में JDU और BJP के दल मिले हैं दिल नहीं? सवाल ये भी कि क्या नीतीश ओवैसी के बहाने ये सबकुछ BJP को सुना गए? सवाल ये भी कि क्या वोटों के ध्रुवीकरण के चक्कर में NDA में उल्टा कन्फ्यूजन ही फैल गया? खैर… इन सारे सवालों के जवाब तो तीसरे चरण के मतदान और उसके बाद आनेवाले नतीजे दे ही देंगे।