कई सालों के बाद गुरुवार को राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख Lalu Prasad Yadav संसद पहुंचे। संसद पहुंचते ही लालू यादव पहले वहां पर घूमे और परिसर में मौजूद लोगों से बातचीत की। दरअसल, लालू यादव चारा घोटाले में जेल की सजा काट रहे हैं। वह 2013 में आखिरी बाद संसद आए थे। गुरुवार को जब Lalu Prasad Yadav संसद पहुंचे तो उन्होंने वहां पर मौजूद मीडियाकर्मियों से बातचीत की। जेल से बाहर आने के बाद यह पहला मौका था जब Lalu Yadav मीडिया से मुखातिब हुए।
हालांकि वह संसद के मानसून सत्र की कार्यवाही में हिस्सा लेने नहीं बल्कि कोरोना वैक्सीनेशन करवाने के लिए वहां पहुंचे थे। मीडिया से मुखातिब होते हुए Lalu Prasad Yadav ने कहा कि बिहार हर क्षेत्र में पिछड़ता जा रहा है, इसे पटरी पर लाना मुश्किल होगा। बिहार विधानसभा में सारे विधायकों को अंदर बंद करके पुलिस वालों ने पीटा, पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य में जातीय जनगणना होनी चाहिए और मैं हमेशा ही इस बात को उठाता रहा हूं।
देश के मौजूदा हालातों पर बोलते हुए Lalu Prasad Yadav ने कहा, ‘देश बहुत पीछे चला गया है, हर क्षेत्र में पिछड़ता जा रहा है।’ उन्होंने यह भी कहा कि देश को वापस पटरी पर लाने के लिए बहुत मुश्किल होगी और इसमें न जाने कितने साल लग जाएंगे।’
लालू यादव ने कहा कि जब वो जेल में बंद थे। उस वक्त पूरे देश ने देखा कि बिहार विधानसभा के चुनाव में राज्य की जनता ने तेजस्वी यादव का साथ कैसे निभाया। राजद प्रमुख Lalu Yadav ने बिहार विधानसभा में पूर्व में विधायकों के साथ हुई मारपीट के मामले पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। वहीं Lalu Yadav ने कहा कि बिहार विधानसभा में Tejashwi Yadav द्वारा जो कुछ भी कहा गया है वो सही है।