राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष Lalu prasad yadav ने Corona Vaccine की डोज ली. इस मौके पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए लालू यादव ने अपने छोटे बेटे व बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav की खुलकर तारीफ की। उन्होंने तेजस्वी को खुद से भी आगे बताया और बीते विधान सभा चुनाव में उनके प्रदर्शन को शानदार करार दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बिहार में राजद के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनने वाली थी, लेकिन साजिश के तहत उसे नहीं बनने दिया गया।
दरअसल राजद सुप्रीमो से मीडियाकर्मियों ने सवाल किया था कि लोग अक्सर तेजस्वी की Lalu Prasad Yadav से तुलना करते हुए उन्हें कमतर आंकते हैं, इसपर आपका क्या कहना है? इसी सवाल के जवाब में लालू यादव ने कहा, ”तेजस्वी यादव हमसे भी बहुत आगे हैं, वे बहुत आगे निकल चुके हैं। किसी को बनाने से नहीं होता है खुद बन जाता है। जब हम जेल के अंदर थे तो बिहार और देश ने देखा कि तेजस्वी यादव की चुनाव सभाओं में किस तरह से क्राउड दिखा। हमलोगों की सरकार को वहां नहीं बनने दिया गया, इसके लिए साजिश की गई।
बता दें कि Tejaswi Yadav पर लालू यादव के फूले नहीं समाने के पीछे लोकसभा चुनाव में राजद का सूफड़ा साफ होने के बाद बिहार विधान सभा में राजद का कम बैक रहा। कमबैक ही नहीं बल्कि कई मामलों में वे CM Nitish पर भारी पड़ते दिखे। चुनाव प्रदर्शन को ही आधार माना जाए तो बिहार NDA और महागठबंधन के बीच वोटों की संख्या का अंतर महज 12 हजार ही था।
बीते 2020 विधानसभा चुनाव में वोटों के समीकरण को आंकड़ों में देखें तो साफ नजर आता है कि NDA के खाते में 1 करोड़ 57 लाख 01 हजार 226 वोट पड़े थे, जबकि महागठबंधन के खाते में 1 करोड़ 56 लाख 88 हजार 458 वोट पड़े। अगर इसे प्रतिशत के लिहाज से देखें तो एनडीए को 37.26% वोट मिले जबकि महागठबंधन को 37.23% वोट मिले।
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि महागठबंधन और एनडीए की जीत में फैसला केवल लगभग 12000 वोट का था. एक और महत्वपूर्ण बात यह कि राजद के कई विधायकों की हार का अंतर भी 1000 वोटों से कम का था. और यह सब तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही मुमकिन हो पाया था। तेजस्वी में अब परिपक्वता भी दिख रही है और वे लगातार विभिन्न मुद्दों पर नीतीश सरकार को तथ्यों के आधार पर घेरते नजर आते हैं. ऐसे में स्वाभाविक है कि लालू यादव के लिए मुस्कुराने का वक्त है।