बिहार विधानसभा चुनाव के बाद अब पूरे देश की नजर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Election 2021) पर है। बंगाल के रण से पहले लालू यादव (Lalu Yadav) की पार्टी राजद (RJD)का ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) से मोहभंग हो गया है। कारण ये कि बंगाल चुनाव में सीटों के बंटवारे का पेच शायद नहीं सुलझा है।
बिहार चुनाव में जिस तरह से महागठबंधन एक साथ चुनाव मैदान में उतरा था, उसी तरह बंगाल चुनाव में उतरने की तैयारी शुरू हो गयी है। सोमवार को RJD नेता श्याम रजक भाकपा कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने भाकपा नेताओं से मुलाकात की। वहीं, दूसरी ओर भाकपा नेता भी माकपा कार्यालय पहुंचे, जहां बंगाल चुनाव पर चर्चा की गयी।
भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पांडे ने कहा कि बिहार में महागठबंधन ने एक साथ चुनाव लड़ा है, जिसके बाद यहां हमारी स्थिति काफी मजबूत रही है। इस तरह से भाकपा, माकपा और RJD वहां कांग्रेस के साथ मिल कर चुनाव मैदान में उतरें, इसको लेकर काफी देर तक चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि बंगाल में भाकपा व माकपा का गठबंधन काफी पुराना है, लेकिन माले वहां अकेले 20 सीटों पर चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है।
बता दें कि हाल ही में राजद के दो सीनियर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी और श्याम रजक पश्चिम बंगाल और असम का दौरा किया था। इस दौरान उनकी CM ममता बनर्जी से मुलाकात नहीं हो पाई, लेकिन TMC के अन्य नेताओं से RJD नेताओं की मुलाकात हुई। इस बारे में RJD नेता कुछ भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है, आखिर उनकी बातचीत किस स्तर तक पहुंची है।