Maharashtra

महाराष्ट्र में दिवाली के बाद खुलेंगे स्कूल और धार्मिक स्थल-ठाकरे

दिवाली के बाद से तमाम एहतियातों के साथ Maharashtra में स्कूल खोले जाएंगे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री Uddhav Thackeray ने रविवार को यह जानकारी दी। Uddhav Thackeray ने कहा कि दिवाली के बाद से हम सभी एहतियातों को बरतते हुए स्कूलों को खोलने जा रहे हैं। इसके अलावा धार्मिक स्थलों को भी खोला जाएगा। बता दें महाराष्ट्र में धार्मिक स्थलों को खोले जाने को लेकर काफी विवाद हुआ था। दिवाली के बाद होने वाले प्रदूषण को लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रदूषण Covid-19 के असर को बढ़ा सकता है। ठाकरे ने लोगों से अपील की कि वह दीपावली पर पटाखों की जगह दीये जलाएं।


ठाकरे ने कहा कि लोगों को पटाखे चलाने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे होने वाले प्रदूषण से Covid-19 मरीजों की हालत बिगड़ सकती है। उन्होंने कहा कि दिवाली के बाद के 15 दिन अहम होंगे, हमें ध्यान रखना होगा ताकि फिर से Lockdown लगाने की जरूरत न पैदा हो। मास्क को जरूरी बताते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि भीड़ में बिना मास्क के घूमने वाला Covid-19 का मरीज करीब 400 लोगों को संक्रमित कर सकता है। उद्धव ठाकरे ने लोकल ट्रेन सेवाओं को लेकर कहा कि हम केंद्र से आम लोगों के लिए लोकल ट्रेन सेवा शुरू करने की अपील कर रहे हैं। इस पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा।

स्कूलों को लेकर मुख्यमंत्री ने दिए थे दिशानिर्देश
इससे पहले शनिवार को उद्धव ठाकरे और राज्य की स्कूल शिक्षा मंत्री ने स्कूलों को लेकर कुछ अहम निर्देश भी लोगों से साझा किए थे. महाराष्ट्र की स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि राज्य के स्कूलों में 9 वीं से 12 वीं कक्षाओं के छात्रों के लिए स्कूल 23 नवंबर से फिर खुल जाएंगे। गायकवाड़ ने मुख्यमंत्री Uddhav Thackeray द्वारा आयोजित एक वीडियो कांफ्रेंस में यह घोषणा की। ठाकरे ने कहा कि 9वीं से 12वीं की कक्षाएं कोविड-19 संबंधी दिशानिर्देशों के साथ दिवाली के बाद फिर से शुरू होंगी।

मुख्यमंत्री ने आगाह किया कि दुनिया में अन्य जगह की स्थिति को देखते हुए Coronavirus Pandemic की दूसरी लहर की आशंका बनी हुयी है, इसलिए प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमें दिवाली के बाद अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है। स्कूलों में पृथकवास केंद्रों को बंद नहीं किया जा सकता। स्थानीय प्रशासन कक्षाओं के लिए वैकल्पिक स्थानों के बारे में निर्णय ले सकता है। स्कूलों की साफ-सफाई, शिक्षकों की Coronavirus जांच और अन्य सावधानियां बहुत जरूरी हैं।’’


ठाकरे ने कहा कि जो छात्र बीमार हैं या जिनके परिवार के सदस्य बीमार हैं, उन्हें स्कूल नहीं भेजा जाना चाहिए।

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