खून से लिखे खत के बाद भूख हड़ताल कर योगी सरकार से लगाई फीस मांफी की गुहार

कानपुर – कोरोना के बीच जारी लॉकडाउन में जहां विद्यालय ऑन लाइन पढ़ाई का हवाला देकर अभिभावकों से फीस की मांग कर रहे हैं तो वहीं अब इसका विरोध होने लगा है। कानपुर उद्योग व्यापार से जुड़े एक लोग ने पहले तो खून से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खत लिखा और भूख हड़ताल कर फीस माफी की गुहार लगायी है।

कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन जारी है और सभी प्रकार के शिक्षण संस्थान बंद हैं। ऐसे में यह बराबर मांग उठ रही है कि इन दिनों की फीस माफ की जाये और मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया, पर अभिभावकों को कोई रियायत नहीं मिल सकी। वहीं विद्यालय प्रबंधकों का कहना है कि ऑन लाइन के माध्यम से पढ़ाई जारी है और अगर फीस ही नहीं मिलेगी तो संस्थान कैसे चलेंगे। इन सबके बीच सरकार अभी कोई निर्णय नहीं ले सकी तो वहीं अभिभावक फीस को लेकर चिंता में हैं। कई विद्यालयों ने तो बकायदा मैसेज कर अभिभावकों को फीस जमा करने के लिए विवश कर रहे हैं। ऐसे में अभिभावको की लड़ाई लड़ रहे विनय वर्मा (प्रभारी टास्कफोर्स कानपुर उद्योग व्यापार मंडल) ने फीस माफी का बीड़ा उठा लिया है। करीब एक पखवारा पहले उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खून से पत्र लिखा था और फीस माफी की मांग की थी। इसके बाद रविवार को भूख हड़ताल कर मुख्यमंत्री से फीस माफी की गुहार लगायी। इसके साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से सभी लोगों को जागरूक कर एक दिन की भूख हड़ताल की अपील की, जिससे सरकार फीस की माफी के विषय में विचार कर सके।

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