जयपुर- अशोक गहलोत ने कहा, ‘एक छोटी खबर भी नहीं पढ़ी होगी किसी ने कि पायलट साहब को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाना चाहिए। हम जानते थे कि वो (सचिन पायलट) निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है, खाली लोगों को लड़वा रहा है। लेकिन मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मुख्यमंत्री बनकर आया हूं। हम नहीं चाहते हैं कि उनके खिलाफ कोई कुछ बोले, सभी ने उनको सम्मान दिया है।
गहलोत ने कहा कि एक मात्र राजस्थान पहला ऐसा राज्य होगा, जहां कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की मांग नहीं की गई। न सीनियर ने, न जूनियर ने, एक खबर नहीं आई कि सचिन पायलट को अध्यक्ष पद से हटाना चाहिए। हम जानते थे कि यह निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है, खाली लोगों को लड़वा रहा है।
सीएम Ashok Gehlot ने कहा कि कल तुम अशोक गहलोत के घर के बाहर खड़े थे, परसो तुम विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के कमरे के बाहर खड़े थे। मैं तुम (सचिन पायलट) पर कैसे विश्वास करूं। इस भाषा में वह सात साल निकाले हैं। फिर भी राजस्थान का कल्चर है कि हम नहीं चाहते हैं कि दिल्ली में लगे कि राजस्थान में आपस में लड़ाई लड़ रहे हैं।
गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट के खिलाफ एक शब्द किसी ने नहीं बोला। इतना उनका मान-सम्मान रखा। कैसे सम्मान प्रदेश अध्यक्ष को दिया जाता है? यह मैंने राजस्थान के अंदर लोगों को सिखाया। उम्र पीछे है, लेकिन पद बड़ा होता है गरिमा का। मैंने यहां के नेताओं को यह कल्चर सिखाया।
सचिन पायलट पर हमला बोलते हुए सीएम Ashok Gehlot ने कहा कि मैं पूरा मान-सम्मान दिया। वो व्यक्ति कांग्रेस की पींठ में छुरा घोंपकर जाने के लिए तैयार हो जाए। यह जो खेल अभी हुआ है, वो 10 मार्च को होने वाला था। रात 2 बजे मानेसर के लिए गाड़ियां आ गई थी। उस षड्यंत्र को मैंने एक्सपोज किया और 10 दिनों तक अपने विधायकों को होटल में रखा।
सीएम Ashok Gehlot ने कहा कि इतिहास में आपने कभी नहीं सुना होगा कि कोई पार्टी का अध्यक्ष ही अपनी सरकार को गिराने का षड्यंत्र करे। सचिन पायलट का चाल, चरित्र, चेहरा सामने आ गया है।