उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसी कड़ी में लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence)के बाद पूर्वांचल में हुई कांग्रेस की बड़ी सभा को संबोधित करने से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने यहां बाबा विश्वनाथ मंदिर और मां दुर्गा मंदिर में पूजा-अर्चना की। मंदिर से बाहर आते समय मीडिया से बात करते हुए प्रियंका ने कहा, ‘काशी विश्वनाथ’ दर्शन का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। यह मेरी आस्था है। जब कभी वाराणसी आती हूं तो दर्शन के लिए जरूर आती हूं।
वाराणसी में प्रियंका किसान न्याय रैली को संबोधित कर रहीं थीं. उन्होंने कहा, अब सरकार बदलने का समय आ गया है। इस देश के गृह राज्य मंत्री के बेटे ने अपनी गाड़ी के नीचे 6 किसानों को निर्ममता से कुचल दिया और सब परिवार ये कहते हैं कि हमें मुआवज़ा नहीं न्याय चाहिए। लेकिन हमें न्याय दिलाने वाला इस सरकार में नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आजादी का अमृत महोत्सव मनाने लखनऊ आए, लेकिन पीड़ित किसानों का दर्द बांटने लखीमपुर (Lakhimpur) नहीं जा सके। प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने रैली के बहाने यूपी की बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मजबूत चुनौती पेश करने की कोशिश कर रही कांग्रेस की रविवार को वाराणसी में हुई ‘किसान न्याय रैली’ का आगाज मंत्रोचार, शंखनाद, हर-हर महादेव के साथ कुरान की आयात और गुरुवाणी से हुआ। प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के रैली स्थल पर पहुंचने के बाद जब कार्यक्रम का विधिवत आगाज हुआ तो सबसे पहले मंत्रोचार और शंखनाद किया गया। इसके बाद प्रियंका समेत मंच पर मौजूद कांग्रेस नेताओं ने हर-हर महादेव का नारा लगाया। इसके उपरांत इस जनसभा में कुरान की आयत और गुरुवाणी का पाठ भी किया गया।
इस पर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रणव झा ने कहा, “कांग्रेस देश की इकलौती पार्टी है जो सभी धर्मों और वर्गों का प्रतिनिधित्व करती है। यही यहां देखने को मिला है।” वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़े पूर्व मंत्री अजय राय समेत कांग्रेस की इस रैली में शामिल कई नेताओं ने हर-हर महादेव का उद्घोष के साथ आपने भाषण का समापन किया।
इस रैली पर लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri ) की घटना की स्पष्ट छाप देखने को मिली। लगभग सभी वक्ताओं ने इस घटना का उल्लेख किया और मुख्य मंच के सामने एक बड़ा बैनर लगाया था जिस पर “अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करो” लिखा हुआ था। लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) मामले के पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए जाते समय हिरासत में लिए जाने और करीब दो दिनों तक पुलिस की अभिरक्षा में रहने के बाद प्रियंका की उत्तर प्रदेश में यह पहली जनसभा थी। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका ने हिंसा के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी(Lakhimpur Kheri) जिले के तिकोनिया क्षेत्र में गत 3 अक्टूबर को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आशीष मिश्रा को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।