झारखंड की नव निर्वाचित हेमंत सोरेन की सरकार ने राज्य की वित्तीय हालत का व्योरा देते हुए कहा कि राज्य के खजाने की स्थिति इतनी बुरी है कि कर्मचारियों को वेतन देने में भी दिक्कत हो रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि कई योजनाओं को बन्द भी किया जा सकता है। इसके साथ ही पूर्व की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘‘पिछली सरकार ने इतना सरकारी धन लूटा है कि राज्य की ये हालत हो गई है।’’
आर्थिक रूप से झारखंड की खराब स्थिती का हवाला देते हुए सूबे की हेमंत सोरेन सरकार ने फिलहाल के लिए सभी टेंडर को भी रद्द कर दिया गया है और अन्य काम भी रोक दिए गए हैं। राज्य में पैसे की भारी कमी को देखते हुए 1500 करोड़ के नए सचिवालय भवन के टेंडर को भी रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से पहले ही विशेष पैकेज देने की मांग की है सूत्रों की माने तो राज्य सरकार झारखंड की खराब हालत को देखते हुए श्वेत पत्र भी जारी कर सकती है।