जम्मू कश्मीर के जिला पुंछ में एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से सीजफायर के उल्लंघन के दौरान हिमाचल का एक जवान शहीद हो गया। प्रदेश के जिला हमीरपुर के गांव खास गलोड़ का 24 वर्षीय रोहिन कुमार पुत्र रसील कुमार 14 पंजाब रेजीमेंट में तैनात था। बताया जा रहा है जवान पाकिस्तान की ओर से दागे गए मोर्टार की चपेट में आ गया था। प्रशासन की ओर से सैनिक के परिवार को बेटे की शहादत की सूचना दे दी गई है। खास गलोड के Rohin Kumar के पिता रसील सिंह हलवाई का काम करते हैं। Rohin Kumar की 2 माह बाद नवंबर में शादी होने वाली थी। घर में परिवार के सदस्य उनकी शादी की तैयारियों में जुटे थे। इस बीच सैनिक के शहीद होने की खबर से परिवार टूट गया है।
परिवार के सदस्यों को सैनिक बेटे की शादी का बेसब्री से इंतजार था। माता-पिता ने 2 माह बाद जिस बेटे को दुल्हा बनाकर घोड़ी पर बैठाना था, कुछ देर में उसकी पार्थिव देह आंगन में पहुंचेगी। रोहिन के बलिदान की खबर सुनते ही पूरे गांव में मातम पसर गया है। हर कोई बेबस माता-पिता को हौसला देने के लिए सैनिक के घर का रुख कर रहा है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी सैनिक के बलिदान पर दुख जताया है। CM ने कहा कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति व शोकग्रस्त परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
रोहिन कुमार 2016 में सेना में शामिल हुआ था। 24 की उम्र में बेटे की शहादत से परिवार रो रोकर बेहाल है। पिता ने हलवाई का काम कर बेटे को पढ़ा लिखाकर देश सेवा के लिए भेजा था। लेकिन सैनिक बेटा परिवार का ज्यादा समय तक सहारा नहीं बन पाया।
बताया जा रहा है सैनिक Rohin Kumar की एक बहन है, जिसकी शादी हो गई है। सैनिक का और कोई भाई नहीं है। माता-पिता इकलौते बेटे के बलिदान की खबर सुनने के बाद बेसुध हैं। प्रशासन का कहना है कुछ देर में जवान की पार्थिव देह गांव पहुंच जाएगी। हेलिकॉप्टर के माध्यम से रोहिन की पार्थिव देह एनआइटी हमीरपुर के परिसर पर पहुंचाई जाएगी। यहां से सेना की गाड़ी में पार्थिव देह सैनिक के गांव खास गलोड़ पहुंचाई जाएगी। इस संबंध में प्रशासन की सेना के अधिकारियों से बात हुई है।
सैनिक के बलिदान की खबर सुनते ही रोहिन कुमार के घर के बाहर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। साथ ही शहीद रोहिन कुमार अमर रहे नारों से गांव गूंज उठा।