फिल्म : English Medium
कास्ट: Irfan Khan, राधिका मदन, करीना कपूर ,दीपक डोबरियाल, डिंपल कपाड़िया, रणवीर शोरे ,पंकज त्रिपाठी
निर्देशक: होमी अदजानिया
कैंसर को मात देकर एक बार फिर बड़े पर्दे पर Irfan Khan ने वापसी की है। इससे पहले उनकी फिल्म हिंदी Medium दर्शको को काफी पसंद आई थी। इस बार वो English Medium के साथ दर्शको के दिल में छाप छोड़ने आ गए है इस कहानी का हिंदी Medium की कहानी से कोई लेना देना नहीं है। लेकिन दोनों फिल्मों में इरफान और दीपक डोबरियाल हैं, लेकिन उनके किरदार अलग है। अब वे दिल्ली से उदयपुर पहुंच गए हैं। हालांकि दोनों फिल्मों का केंद्रीय विषय शिक्षा ही है, लेकिन कहानी और किरदार बदल गए हैं।
कहानी …
चंपक बंसल (इरफान) उदयपुर में अपनी बेटी तारिका (राधिका मदान) उर्फ तरू के साथ रहता है। उसकी मिठाइयों की खानदानी दुकान है। गोपी (दीपक डोबरियाल) उसका कजिन है। चम्पक और तरु बहुत लड़ाई करते है लेकिन दोनों एक दूसरे के बिना रह भी नहीं पाते है इनका एक दोस्त गज्जू (कीकू शारदा ) तीनों की केमिस्ट्री बहुत मजेदार है। तरु लंदन जाकर पढ़ाई करना चाहती है। उसे स्कूल की तरफ से लंदन की ट्रूफोर्ड यूनिवर्सिटी में जाकर पढ़ने का चांस मिलता है, लेकिन चंपक की एक बेवकूफी से वह चांस हाथ से चला जाता है। तरु को लगता है कि चंपक ने ऐसा जान – बूझकर किया है, क्योंकि वह नहीं चाहता कि तरु उससे दूर जाए। चंपक उससे वादा करता है कि वह उसे किसी कीमत पर पढ़ने के लिए लंदन भेजेगा। लेकिन उसके लिए बहुत पैसों की जरूरत पड़ती है। चंपक अपना सब कुछ दांव पर लगा देता है।
चंपक, गोपी अपने दोस्त बबलू (रणवीर शौरी) के झांसे में आकर तरु के साथ लंदन पहुंच जाते हैं। लेकिन चंपक और गोपी के अंग्रेजी न जानने की वजह से इमिग्रेशन अधिकारियों को ऐसी गलतफहमी होती है कि वे दोनों को ब्लैकलिस्ट कर वापस भारत भेज देते हैं। तरु लंदन में अकेली पड़ जाती है। गज्जू के एक कजिन टोनी (पंकज त्रिपाठी) की मदद से दोनों किसी तरह फिर लंदन पहुंच जाते हैं। वहां उनकी मुलाकात पुलिस ऑफिसर नैना (करीना कपूर) और उसकी मां मिसेज कोहली (डिंपल कपाड़िया) से होती है।