Trains Canceled

Indian Railways:18 से 28 फरवरी तक लंबी दूरी की ये 8 ट्रेनें रहेंगी रद्द,यहां देखें पूरा शेड्यूल

Indian Railways: उत्तर रेलवे के अम्बाला मण्डल पर कोलसेड़ी-धुरी-अलाल-सेखा रेलखंड पर नॉन इण्टर लाकिंग कार्य के कारण बड़ा ब्लॉक लिया जा रहा है। इस ब्लॉक के कारण उत्तर पश्चिम रेलवे (North Western Railway) की लगभग 16 ट्रेनों पर इसका असर पड़ेगा। इसमें 8 ट्रेनें पूरी तरह से रद्द (Cancelled ) रहेंगी। 2 को आंशिक रूप से रद्द किया जा रहा है। 6 ट्रेनों का मार्ग बदला जाएगा। 8 ट्रेनें 18 फरवरी से 28 फरवरी तक रद्द रहेंगी। 2 आंशिक रद्द ट्रेनें 18 फरवरी से 1 मार्च तक प्रभावित रहेंगी। वहीं 20 फरवरी से 27 फरवरी तक 6 रेलें का रूट बदला जा रहा है। इस अवधि में वे बदले हुए रूट से चलेंगी। रद्द होने वाली ट्रेनों में मुख्य तौर पर पंजाब और हरियाणा (Punjab & Haryana) रूट की गाड़ियां शामिल हैं।

रेलवे प्रबंधन के अनुसार इसकी विस्तृत सूचना जारी कर दी गई है। उत्तर रेलवे का ये काम फरवरी महीने में ही पूरी कर लिया जाएगा। उसके बाद सभी ट्रेनों को अपने नियमित समय और नियमित रूट पर संचालित किया जाएगा। रेलवे ने यात्रियों ने हिदायत दी है कि यात्री यात्रा करने से पूर्व रेलवे की वेबसाइट की विजिट कर लें ताकि वे सभी तरह की जानकारी से अपडेट हो सकें।


न ट्रेनों को किया गया है पूरी तरह से रद्द

  1. गाड़ी संख्या 14525 अंबाला कैंट-श्रीगंगानगर ट्रेन 18 से 28 फरवरी तक रद्द।
  2. गाड़ी संख्या 14526 गंगानगर-अंबाला कैंट ट्रेन 18 से 28 फरवरी तक रद्द।
  3. गाड़ी संख्या 04572 धूरी-सिरसा ट्रेन 25 फरवरी से 1 मार्च तक रद्द।
  4. गाड़ी संख्या 04573 सिरसा-लुधियाना ट्रेन 25 फरवरी से 1 मार्च तक रद्द।
  5. गाड़ी संख्या 04576 लुधियाना-हिसार ट्रेन 25 से 28 फरवरी तक रद्द।
  6. गाड़ी संख्या 04575 हिसार-लुधियाना ट्रेन 25 से 28 फरवरी तक रद्द।
  7. गाड़ी संख्या 04574 लुधियाना-भिवानी ट्रेन 25 से 28 फरवरी तक रद्द।
  8. गाड़ी संख्या 04571 भिवानी-धूरी ट्रेन 25 से 28 फरवरी तक रद्द।

20 फरवरी से 27 फरवरी तक 6 ट्रेनों का मार्ग बदला
इनके अलावा 2 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया जा रहा है। इनकी अवधि भी 18 फरवरी से 1 मार्च के बीच रहेगी और 6 रेलों को रूट बदलकर चलाया जाएगा। वो 20 फरवरी से 27 फरवरी के बीच बदले हुए रूट पर चलेंगी।

आरक्षण करवा चुके यात्रियों को होती है खासी परेशानी
उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी इंटरलॉकिंग के कार्य के चलते विभिन्न रेलखंडों में कई बार ब्लॉक लिया जाता है। इससे उस रेलवे जोन की ही नहीं बल्कि अन्य जोन की ट्रेनें भी प्रभावित होती हैं। इससे सबसे ज्यादा समस्या उन यात्रियों को होती है जो पूर्व में अपनी सीट आरक्षित करवा चुके होते हैं।

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