कोरोना वायरस के सबसे ज्यदा मरीज जहां दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु जैसे राज्यों में हैं, तो वहीं राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश में भी कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है। यूपी में भी मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ पूरी तरह से चौकन्ने हैं, और इस कोरोना के बढ़ते मामले पर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहते।
आपको बता दें राजधानी लखनऊ समेत दूसरे शहरों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए होम क्वारंटीन की व्यवस्था जल्द लागू हो सकती है। इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा है कि कोविड से संक्रमित लोगों को होम आइसोलेशन में रखने पर विचार करने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल तैयार की जाए। जिससे जल्द जल्द इसे लागू किया जा सके। इस बैठक में कमिश्नर, डीएम और सीएमओ भी मौजूद रहें। अन्य प्रदेशों की तर्ज पर अब यूपी में भी जल्द ही हल्के लक्षण वाले कोरोना मरीजों को होम क्वारंटीन की इजाजत दी जा सकती है।
इस बाबत प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने बीते रविवार की शाम को लखनऊ स्थित सीएम आवास पर कोविड संक्रमण के नियंत्रण को लेकर बैठक की। साथ ही सीएम योगी ने अधिकारियों पर कोरोना मामले में हो रही लापरवाही को देखते हुए सख्ती भी बरती। उन्होंने कहा कि संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही न बरते। इस महामारी की आपदा में मानव सेवा हमारा धर्म होना चाहिए, जिसमें गलतियों के लिए कोई स्थान न हो।
राजधानी लखनऊ में हुई बैठक में सीएम योगी ने कहा कि एसजीपीजीआई के डायरेक्टर की अगुवाई में सभी अस्पतालों के प्रभारी मिलकर इलाज की एसओपी तैयार करें। साथ ही अब डिस्चार्ज मरीजोम को भी निश्चित समय तक होम क्वारंटीन में रहना होगा और उन्हें भी सर्विलांस सिस्टम से जोड़ा जाएगा।
आपको बता दें पूरे उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 47036 है। तो वहीं 1 हजार 108 लोगों की मौत हुई है। कोरोना के संक्रमण से ठीक होने वालों की संख्या 28,664 है। इस वक्त पूरे प्रदेश में एक्टिव केस का आंकड़ा 17,264 है।