राजस्थान की राजनीति में जारी उठापटक अब शांत होता नजर आ रहा है। बीते रविवार और सोमवार से गहलोत सरकार के गिरने की जो अटकलें लगाई जा रही थी वो अब दूर होती नजर आ रही है। बता दें जहां बीते सोमवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई थी, वहीं आज एक बार फिर से कांग्रेस विधायक दल की दूसरी बैठक होनी है। इस बैठक के लिए पार्टी से नाराज चल रहे सचिन पायलट को न्योता भेजा जा चुका है। लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज भी सचिन पायलट बैठक में शामिल नहीं होंगे। आज होने वाली बैठक के बारे में कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की मंगलवार को एक और बैठक सुबह 10 बजे बुलाई गई है। सुरजेवाला ने आगे कहा कि हमने सचिन पायलट और उनके साथ के अन्य लोगों को फिर से आमंत्रित किया है। परिवार के सदस्यों का सम्मान परिवार के भीतर ही होता है। हालांकि सचिन पायलट दो टूक कह चुके हैं कि वो मीटिंग में नहीं जाएंगे।
आपको बता दें, इससे पहले बीते सोमवार की दोपहर को अशोक गहलोत ने सौ से अधिक विधायकों की परेड मीडिया के सामने करवाई थी। और साथ ही सभी का विक्ट्री साइन भी दिखाया, यानी अशोक गहलोत ने राजस्थान में अपनी सरकार को बचाने के लिए एड़ी चोटी का पसीना एक कर दिया। इस परेड से सीएम अशोक गहलोत ने ये साफ संदेश दिया कि उनके पास पर्याप्त विधायकों का समर्थन है। ऐसे में अब सचिन पायलट के सभी दावे गलत साबित होते दिख रहे हैं। हालांकि सचिन पायलट 25 से अधिक विधायक होने का दावा कर रहे हैं। सचिन पायलट ने कहा है कि हमने कोई भी समझौते की शर्त नहीं रखी है, और किसी आलाकमान से उनकी बातचीत नहीं चल रही है। पायलट गुट का कहना है कि अशोक गहलोत के पास कांग्रेस के मात्र 84 विधायक हैं बाकी हमारे साथ हैं। वहीं सचिन पायलट ने इस खबर को भी खारिज कर दिया कि वो अपने साथी ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरह बीजेपी में शामिल होंगे।