भारत में यूक्रेन के राजदूत आइगर पोलिखा ने भारत को उसके सुनहरे अतीत की याद दिलाते हुए मदद की अपील की है. उन्होंने कहा है कि महाभारत युद्ध को रोकने के लिए भी शांति वार्ता हुई थी. भारत एक विश्व शक्ति है इसलिए हम भारत से समर्थन की अपील करते हैं.
रूस ने गुरुवार सुबह यूक्रेन पर हमले की शुरुआत कर दी जिसके बाद से यूक्रेन भारत से मदद मांग रहा है. भारत में यूक्रेन के राजदूत डॉ आइगर पोलिखा (Igor Polikha) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कुछ समय पहले हस्तक्षेप की गुजारिश की थी. अब एक बार फिर उन्होंने भारत से मदद की अपील की है. आइगर ने भारत के महान नीतिकार चाणक्य और महाभारत का उदाहरण देते हुए भारत से कहा कि एक मजबूत वैश्विक शक्ति होने के नाते भारत यूक्रेन की मदद करे.
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘आपके यहां चाणक्य जैसे बहुत बुद्धिमान व्यक्ति हुए हैं. आज से लगभग दो हजार चार सौ साल पहले जब यूरोप में किसी तरह की कोई सभ्यता विकसित नहीं हुई थी, उन दिनों भी भारत के पास एक अच्छी कूटनीति थी.’
महाभारत की बात करते हुए उन्होंने आगे कहा, ‘अब आपके यहां की पौराणिक कथाओं की बात करते हैं. महाभारत को याद कीजिए…कहा जाता है कि महाभारत युद्ध को रोकने के लिए भी शांति वार्ताएं हुई थीं, युद्ध को रोकने की कोशिश की गई थी. दुर्भाग्य से महाभारत के युद्ध को रोकने में शांति वार्ता ज्यादा कामयाब नहीं रही लेकिन मैं आशा करता हूं कि हमारे मामले में शांति वार्ता बेहद सफल होगी.’
उन्होंने भारत की गुटनिरपेक्षता की बात करते हुए कहा, ‘मत भूलिए कि भारत कई सालों से गुट-निरपेक्ष आंदोलन का नेतृत्व करता आया है और आज भी कर रहा है. ये आंदोलन शीत-युद्ध के समय इसलिए शुरू किया गया था ताकि तनाव को कम किया जा सके. ये शांति पर आधारित था. मत भूलिए कि भारत पंचशील के सिद्धांतों का पालन करता है. इसलिए हम भारत से याचना करते हैं कि वो हमारी मदद करे. भारत एक मजबूत वैश्विक शक्ति है.’
यूक्रेन के राजनयिक ने कहा कि यूक्रेन एक शांतिप्रिय देश है और वो युद्ध नहीं चाहता. हम अपने सभी सहयोगियों से मदद की अपील कर रहे हैं ताकि युद्ध को रोका जाये।