पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran khan) ने देश के नाम संबोधन में विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल देश के लोकतंत्र का मजाक बना रहे हैं। इमरान ने आरोप लगाया कि सीनेट के चुनाव में विपक्षी कैंडिडेट युसूफ रजा गिलानी ने जमकर पैसे बांटे। पाकिस्तान के वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख की हार के बाद इमरान ने संसद में शनिवार को विश्वासमत लाने का ऐलान किया है। उन्होंने अपने संबोधन में साफ-साफ कहा कि वह विपक्ष में बैठने को तैयार हैं लेकिन भ्रष्टाचार को बढ़ावा नहीं देने वाले हैं।
इमरान खान ने कहा, ”इनकी सोच थी कि मेरे ऊपर नो कॉन्फिडेंस की तलवार लटकाएंगे और मैं मुझे कुर्सी से प्यार है तो मैं इनके सारे केस खत्म कर दूंगा। मैं खुद विश्वास मत लेने जा रहा हूं। मैं संसद में सबके सामने विश्वास मांगूगा। मैं अपनी पार्टी के लोगों से भी कहता हूं कि आप यदि मेरे साथ नहीं हैं, तो आपका हक है, आप संसद में हाथ उठाकर कह दीजिए। कोई बात नहीं मैं विपक्ष में चला जाऊंगा।”
विपक्षी नेताओं को चुनौती देते हुए इमरान खान ने कहा, ‘मैं (राष्ट्रीय) विधानसभा से विश्वास मत लेने जा रहा हूं। चाहे मैं विपक्ष में बैठूं या विधानसभा से बाहर रहूं, मैं आप (विपक्षी नेताओं) को तब तक नहीं छोड़ूंगा, जब तक आप इस देश का पैसा वापस नहीं करते। मेरी जिंदगी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। जबतक मैं जिंदा हूं अपनी मुल्क की वतनपर्ती के लिए इनका मुकाबला करता रहूंगा।’
इमरान ने कहा, मैं राजनीति में पैसा कमाने के लिए नहीं आया। मेरे पास पहले से ही इतना पैसा और शोहरत था कि मैं अपनी पूरी जिंदगी अमन चैन से रह सकता था। लेकिन मैंने देश के लिए राजनीति में आने का फैसला लिया। मैं किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचारियों के साथ समझौता नहीं करूंगा।