पूर्वी अफ्रीका में भीषण सूखे के दौरान सबसे बुरी स्थिति देखने को मिली है। केन्या (kenyan) के कुछ हिस्सों ने पिछले 2 वर्षों में जरूरत से कम हुई बारिश के साथ लगातार 4 मौसमों में या तो बेहद कम या तो ना के बराबर बारिश देखी गई है। जिससे सबसे ज्यादा यहां के जंगलों रहने वाले जानवरों पर असर पड़ा है। पशुधन सहित लोगों और जानवरों के लिए यहां पर एक गंभीर स्थिति पैदा हो गई है।
रिपोर्ट में चौंकाने वाला दृश्य आया सामने
रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी अफ्रीका के दशकों में सबसे खराब सूखे के दौरान केन्याई वन्यजीव संरक्षण में हाथियों और लुप्तप्राय ग्रेवी (Endangered Gravy) के जेबरा सहित सैकड़ों जानवरों की मौत हो गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि केन्या (kenyan) वन्यजीव सेवा और अन्य निकायों ने पिछले 9 महीनों में 512 वन्यजीवों, 381 आम जेबरा, 205 हाथियों, 51 भैंसों, 49 ग्रेवी के जेबरा और 12 जिराफों की मौत की गिनती की है।
केन्या (kenyan) के कुछ हिस्सों में भयंकर सूखे ने जानवरों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। हाथी पड़ोसी केंद्र के कार्यकारी निदेशक जिम जस्टस न्यामु के अनुसार, उदाहरण के लिए, हाथी प्रतिदिन 240 लीटर (63.40 गैलन) पानी पीते हैं। जो पर्याप्त मात्रा में ना मिलने के कारण इनकी मौत की वजह बन गई।
और नमक की चाट के तत्काल प्रावधान और घास और चारा की मात्रा बढ़ाने के लिए अंबोसेली में वन्यजीवों की तत्काल हवाई जनगणना का आह्वान किया।