रूठे हो तो मना लेंगे…दोस्ती का हाथ बढ़ा लेंगे…कुछ इसी तर्ज पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा नाराज नेताओं को मनाने में लगे हुए हैं। हरियाणा कांग्रेस में हुए बदलाव के बाद अब रूठे नेताओं को मनाने का दौर शुरू हो गया है। हुड्डा कांग्रेस विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी को मनाने पिछली शाम उनके घर पहुंचे। बता दें कि किरण चौधरी को कांग्रेस विधायक दल की नेता पद से हटाकर उनकी जगह भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नेता बनाया गया है। दोनों की मुलाकात के दौरान किरण चौधरी की बेटी और भिवानी की पूर्व सांसद श्रुति चौधरी भी मौजूद थीं। हुड्डा से मुलाकात करने के बाद के बाद किरण चौधरी खुद उन्हें बाहर गाड़ी तक छोड़ने आईं।
कांग्रेस नेताओं की माने तो छह साल में यह पहला मौका है जब पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा खुद किरण चौधरी के आवास पर उनसे मिलने गए। वहीं यदि एक बैठक को छोड़ दें तो किरण चौधरी भी बीते पांच साल में हुड्डा के नई दिल्ली स्थित आवास 9 पंत मार्ग पर नहीं गईं। किरण सिर्फ उसी बैठक में हुड्डा के आवास पर गई थी जो पार्टी हाईकमान के आदेश पर हुड्डा के निवास पर हुई थी।
बता दें, किरण चौधरी के नेता विधायक दल बनने से पहले भी हुड्डा के साथ उनके संबंध कुछ खास नहीं थे। हुड्डा मंत्रिमंडल में रहते हुए किरण चौधरी के जब विभाग बदले गए थे तब से दोनों के बीच कटुता बढ़ गई थी। किरण चौधरी विधायक दल की नेता होने के बावजूद पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक विधायकों की वजह से ही विधायकों की अपने स्तर पर बैठक नहीं कर पाती थीं।
संबंध कभी खराब थे ही नहीं- हुड्डा
वहीं किरण चौधरी से मुलाकात के बाद हुड्डा ने दावा किया कि उनके और किरण के बीच संबंध कभी खराब थे ही नहीं। दूसरी तरफ किरण चौधरी ने कहा कि हुड्डा उनके यहां चाय पीने आए थे। हालांकि हुड्डा से मिलने के बाद किरण चौधरी अपने चिरपरिचित खुशमिजाज अंदाज में ही नजर आईं। कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार अगले एक सप्ताह में हुड्डा केवल तंवर को छोड़कर कुलदीप बिश्नोई और रणदीप सुरजेवाला को भी अपने साथ जोड़ने की कोशिश करेंगे।