दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के अचानक बढ़े मामलों से चिंतित केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर नए मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग करने का निर्देश दिया है. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बड़ी बैठक बुलाई है. स्वास्थ्य मंत्री बुधवार सुबह 11:30 बजे होने वाली इस बैठक में स्वास्थ्य विशेषज्ञों से देश में कोरोना वायरस संक्रमण के हालात और तैयारियों पर चर्चा करेंगे.
हाल के दिनों में पड़ोसी देश चीन के अलावा अमेरिका, जापान, कोरिया और ब्राजील में कोविड-19 संक्रमण के केस तेजी से बढ़े हैं. इसे लेकर केंद्र सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है और सभी राज्यों को सतर्क रहने के लिए आगाह किया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि पॉजिटिव मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जाए, जिससे कि कोरोना के किसी संभावित नए वेरियंट का वक्त रहते पता चल सकेगा. दरअसल दुनिया के कई देशों में एक बार फिर जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए आशंका जताई जा रही है कोविड-19 की इस नई लहर के पीछे कोरोना का कोई नया वेरिएंट तो नहीं है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव का राज्यों को परामर्श
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा है कि इस तरह की कवायद देश में कोरोना वायरस के किसी संभावित नए वेरिएंट्स का समय पर पता लगाने में सक्षम बनाएगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य कदम उठाए जाने में मदद करेगी. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि परीक्षण-निगरानी-उपचार-टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन के साथ भारत कोरोना वायरस के प्रसार को सीमित करने में सक्षम रहा है और साप्ताहिक आधार पर संक्रमण के लगभग 1,200 मामले सामने आ रहे हैं.
भूषण ने कहा, ‘जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ब्राजील और चीन में मामलों में अचानक आई तेजी को देखते हुए, भारतीय सार्स-कोव -2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम के माध्यम से वायरस के स्वरूपों पर नजर रखने के लिए संक्रमण के मामलों के नमूनों का पूरा जीनोम अनुक्रमण तैयार करना आवश्यक है.’
इसी वजह से केंद्र सरकार ने राज्यों को आगाह किया है कि कोरोना वायरस का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. केंद्र ने चिट्ठी में कहा है कि कोरोना के ट्रेंड की निगरानी जरूरी है.
बता दें कि भारत में फिलहाल कोरोना वायरस संक्रमण काफी हद तक काबू में दिख रहा है. हालांकि यहां अब भी हफ्ते में 1200 नए केस सामने आ रहे हैं, वहीं दुनियाभर में हर हफ्ते कोविड-19 संक्रमण के 35 लाख नए मामले रिपोर्ट हो रहे हैं. ऐसे में साफ है कि कोरोना वायरस का खतरा अभी टला नहीं है और इसे लेकर सतर्कता अब भी उतनी ही जरूरी है.