केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने रविवार को आखिरकार स्वीकार कर ही लिया कि कोरोना संक्रमण के मामले में भारत कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के चरण में पहुंच चुका है। इसके साथ उन्होंने यह भी साफ़ किया कि यह केवल कुछ जिलों और राज्यों तक ही सीमित है। उनका यह बयान पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य में COVID-19 का कम्युनिटी स्प्रेड अब शुरू हो गया है।
साप्ताहिक वेबीनार ‘संडे संवाद’ में केंद्रीय मंत्री सोशल मीडिया पर लोगों से बात करते हैं और उनकी तरफ से पूछे गए सवालों का जवाब देते हैं। इस दौरान किसी ने उनसे प्रश्न किया, ‘ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में कम्यूनिटी स्प्रेड के उदाहरण देखने को मिले हैं। क्या अन्य राज्यों में भी कम्यूनिटी ट्रांसमिशन है?’ इस पर उन्होंने जवाब दिया, ‘पश्चिम बंगाल सहित विभिन्न राज्यों में अलग-अलग क्षेत्रों में कम्यूनिटी स्प्रेड की उम्मीद है, इसके विशेष रूप से घने क्षेत्रों में होने की उम्मीद ज्यादा है। हालांकि, यह देश भर में नहीं हो रहा है। यह सीमित राज्यों में होने वाले कुछ जिलों तक सीमित है।’
गौर तालाब है कि कोरोना संक्रमण के प्रवेश के बाद पहली बार स्वास्थ्य मंत्री ने कम्यूनिटी स्प्रेड की बात को स्वीकार किया है। इससे पहले वो इस बात से हमेशा इनकार करते रहे हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में, ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के लोगों से आगामी दुर्गा पूजा के मौसम के बारे में सावधानी बनाए रखने का आग्रह किया था। बनर्जी ने कहा था, ‘मैं सभी से त्योहारों के मौसम में COVID-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह करती हूं। राज्य में COVID-19 के कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के भी उदाहरण हैं।’
उधर, जुलाई में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक मार्गदर्शन दस्तावेज जारी किया था जिसमें अनजाने में यह बात भी सामने आ गई कि भारत में अप्रैल के शुरू में सामुदायिक प्रसार हुआ था। बाद में इस दस्तावेज को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट से हटा लिया गया था।