प्रवर्तन निदेशालय(Enforcement Directorate) ने ठगों के एक गिरोह के बारे में 5 राज्यों की पुलिस को सावधान किया है। ये गिरोह प्रवर्तन निदेशालय के नाम से फर्जी समन जारी करके लोगों को धमकाता था और उनसे पैसों की वसूली करता है। ऐसे 5 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ऐसे कुछ राज्यों के संपर्क में बना हुआ है, जहां एक गिरोह केंद्रीय वित्तीय जांच एजेंसी ED के नाम पर फर्जी नोटिस जारी करके लोगों और बैंकों से जबरन वसूली के अपराध में लिप्त है। ED कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, गुजरात और दिल्ली के लगातार संपर्क में है। जांच एजेंसी का कहना है कि इन राज्यों में एक गिरोह सक्रिय है, जो लोगों को फर्जी तरीके से तलब करके और नोटिस जारी करते हुए धोखाधड़ी की कोशिशों में लगा है। ये गिरोह वित्तीय जांच एजेंसी की आड़ में बैंकों और व्यापारियों को नोटिस जारी करता है।
आपको बता दें कि एजेंसी अन्य राज्यों की पुलिस के संपर्क में भी है कि क्या उनके क्षेत्र में भी कोई ऐसा अपराध संज्ञान में आया है ताकि निर्दोष लोगों को इन अपराधियों की करतूतों से बचाया जा सके। सभी राज्यों के पुलिस के निदेशक जनरलों को ED ने ऐसे गिरोह की गतिविधियों के बारे में सतर्क रहने को कहा है।
ED की जांच के अनुसार गिरोह के सदस्यों ने निर्दोष व्यापारियों और व्यक्तियों के बैंक खातों को फ्रीज करने के निर्देश के साथ बैंकों को फर्जी नोटिस जारी किए। इसी तरह गिरोह ने व्यापारियों और लोगों को फर्जी समन और पत्र भी जारी किए और उन्हें ED के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा।
प्रारंभिक जांच करने के बाद ED ने संबंधित अधिकारियों की मदद से बैंकों को ऐसे फर्जी पत्रों के बारे में पुलिस शिकायत दर्ज करने के निर्देश के साथ स्पष्टीकरण जारी किया। ED ने भी फर्जी पत्रों और समन के बारे में व्यक्तियों को इसी तरह के स्पष्टीकरण जारी किए।
हाल के दिनों में प्राप्त कई शिकायतों के बाद ED ने अपनी जांच शुरू की। एजेंसी के संज्ञान में आया कि ED के नाम से विभिन्न बैंकों और कुछ विशिष्ट व्यक्तियों को फर्जी पत्र भेजे गए। ये फर्जी नोटिस और पत्र कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, गुजरात और दिल्ली के व्यापारियों और लोगों को भेजे गए।
विशिष्ट इनपुट के आधार पर ED ने पिछले सप्ताह दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सतर्क किया, जो इस सप्ताह के शुरुआत में गिरोह से जुड़े पांच ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल रही और उन्हें गुरुवार को दिल्ली की अदालत में पेश किया।
एजेंसी ने कहा, ‘गिरोह के गिरफ्तार सदस्यों की उम्र 24 से 35 साल के बीच है और वो दिल्ली और NCR के हैं। वो जबरन वसूली और धोखाधड़ी के विभिन्न मामलों में शामिल हैं।’
केंद्रीय एजेंसी का कहना है कि गिरोह ने ED अधिकारियों के तौर पर व्यापारियों और अन्य व्यक्तियों को निशाना बनाया। ED को इन अपराधियों के बारे में महाराष्ट्र के एक व्यक्ति से शिकायत मिली थी।