नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के चीन प्रेम पर BJP ने सोमवार को जमकर हमला बोला है। BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला ने अपने इंटरव्यू में चीन की विस्तारवादी मानसिकता को न्यायोचित ठहराया है। ऐसा नहीं है कि केवल Farooq Abdullah ऐसा कहते हैं। यदि आप इतिहास में जाएंगे और Rahul Gandhi जी के हाल फिलहाल के बयानों को सुनेंगे तो आप पाएंगे कि ये दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
पात्रा ने कहा कि इन्हीं Farooq Abdullah ने भारत के लिए कहा था कि PoK क्या तुम्हारे बाप का है, जो तुम PoK ले लोगे, क्या पाकिस्तान ने चूड़ियां पहनी हैं। यह भी याद करिए ये वही राहुल गांधी है जिन्होंने एक हफ्ते पहले कहा था कि प्रधानमंत्री कायर है, प्रधानमंत्री छुपा हुआ है, डरा हुआ है। याद करिए सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाकर राहुल गांधी पाकिस्तान में हीरो बनें थे। आज Farooq Abdullah चीन में हीरो बने हैं। असल में पाकिस्तान और चीन को लेकर जिस प्रकार की नरमी और भारत को लेकर जिस प्रकार की बेशर्मी इनके मन में है यह ढेर सारे सवाल खड़े करती है।
BJP प्रवक्ता ने Farooq Abdullah पूर्व के एक और बयान का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि 24 सितंबर को Farooq Abdullah ने कहा था कि आप यदि जम्मू कश्मीर में जाकर लोगों से पूछेंगे कि क्या वह भारतीय हैं, तो लोग कहेंगे कि नहीं हम भारतीय नहीं हैं। अब वहीं Farooq Abdullah देशद्रोही बयान देते हैं कि भविष्य में हमें यदि मौका मिला तो हम चीन के साथ मिलकर अनुच्छेद 370 को वापस लाएंगे। फारूक और राहुल दोनों ही दूसरे देशों की तारीफ और अपने देश, प्रधानमंत्री और आर्मी के लिए इस प्रकार के बयान कहां तक सही है।
संबित पात्रा ने कहा कि Farooq Abdullah कहते हैं कि यदि चीन का हमला हुआ है तो इसकी एक ही वजह होगी कि अनुच्छेद 370 को हिन्दुस्तान ने हटाया। Farooq Abdullah का यह कहना कि अच्छा होगा यदि हम चीन के साथ मिल जाएं। फारूक अब चीन की विस्तारवादी मानसिकता को न्यायोचित ठहरा रहे हैं। क्या ये देश विरोधी बातें नहीं हैं? देश की संप्रभुता पर सवाल उठाना, देश की स्वतंत्रता पर प्रश्नचिन्ह लगाना क्या एक सांसद को शोभा देता है? Farooq Abdullah का यह बयान देश कतई स्वीकार नहीं करेगा। यह न केवल चिंतनीय है बल्कि बेहद दुखद है।