झारखंड विधानसभा चुनाव- 2019 हारकर सत्ता से बाहर हो चुकी BJP के सामने अब पहली सबसे बड़ी चुनाैती नेता प्रतिपक्ष का चुनाव है। रघुवर दास खुद चुनाव हारकर नेता प्रतिपक्ष की दाैड़ से बाहर हो चुके हैं। ऐसे सबकी निगाह इसी बात पर है कि BJP नेतृत्व किसे नेता प्रतिपक्ष बनाता है ? नेता प्रतिपक्ष आदिवासी होगा या गैर आदिवासी ?
झारखंड विधानसभा चुनाव में BJP के 25 सदस्य चुनकर विधानसभा में पहुंचे हैं। अगर वरीयता की बात की जाय तो रांची के विधायक CP SINGH लगातर छठी बार चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे हैं। सिंह के बाद नीलकंठ सिंह मुंडा का नंबर आता है तो पांचवीं बार विधायक बने हैं। अगर नेतृत्व आदिवासी चेहरे के साथ झारखंड की राजनीति में आगे बढ़ना चाहता है तो नीलकंठ सिंह मुंडा का नेता प्रतिपक्ष बनना तय है। गैर आदिवासी के नाम पर CP SINGH रेस में सबसे आगे हैं। हालांकि नेतृत्व चाहे तो वरीयता को दरकिनार कर योग्यता और राजनीतिक दृष्टि के आधार पर भी नेता प्रतिपक्ष का चयन कर सकता है। इस दाैड़ में चंदनकियारी से दूसरी बार विधायक बने अमर बाउरी भी शामिल हैं। बाउरी झारखंड में BJP का दलित चेहरा हैं। वे रघुवर सरकार में राजस्व मंत्री थे।