कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के बीच अब वैक्सीन की चर्चा तेज हो गयी है। ब्रिटेन ने Pfizer-BioNTech को मंजूरी दे दी है और COVID19 टीके को मंजूरी देने वाला पहला देश बन गया है। खबर है अगले सप्ताह से अति जोखिम वाले लोगों को टीका दिया जाएगा। भारत में भी ऐसी संभावना है कि साल के आखिर में या नये साल की शुरुआत में वैक्सीन को लेकर अच्छी खबर मिल सकती है। सरकार की ओर से टीका के वितरण को लेकर तैयारी भी शुरू कर दी गयी है।
कोरोना वैक्सीन की अच्छी खबर के बीच एक बड़ी खबर है कि इंटरपोल (Interpol) ने इसको लेकर ग्लोबल अलर्ट (global alert ) जारी किया है। इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस आर्गेनाइजेशन (Interpol) ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि कोरोना वैक्सीन पर अपराधियों की नजर है और इसे निशाना बना सकते हैं। चेतावनी दी गयी है कि संगठित आपराधिक नेटवर्क (Organised Criminal Networks) कोरोनोवायरस के वैक्सीन को निशाना बना सकते हैं।
इंटरपोल ने चेतावनी जारी की है कि अपराधी संगठन कोरोना वैक्सीन की नकली शॉट्स बेचने की कोशिश कर सकते हैं। इंटरपोल मुख्यालय ने 194 सदस्य देशों को लेकर वैश्विक अलर्ट जारी किया है। इंटरपोल ने सभी देशों को संगठित अपराध नेटवर्क के खिलाफ तैयार रहने रहने को कहा है।
इंटरपोल ने अपने अलर्ट में बताया कहा है कि कोरोना वैक्सीन को फिजिकली और ऑनलाइन दोनों तरह से अपराधी निशाना बनाया जा सकते हैं। गौरतलब है कि ब्रिटेन को 2021 के अंत तक कोरोना वैक्सीन की चार करोड़ खुराक मिलने की संभावना है। इतनी खुराक से देश की एक तिहाई आबादी का टीकाकरण हो सकता है। टीके का उत्पादन बायोएनटेक के जर्मनी स्थित केंद्रों के साथ ही फाइजर की बेल्जियम स्थित यूनिट में किया जाएगा। टीका को शून्य से 70 डिग्री नीचे के तापमान पर रखना होगा और इसे विशेष बक्से में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जाएगा. एक बार आपूर्ति हो जाने पर इसे पांच दिनों तक फ्रिज में रखा जा सकता है।