कोरोना के संकट से निपटने के लिए पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। जिसकी वजह से बिहार के लाखों मजदूर विद्यार्थी और अन्य लोग देश के अलग अलग राज्यों में फंस गए हैं। ऐसे में अब बिहार के लाखों प्रवासियों के लिए गृह मंत्रालय ने बीते बुधवार को नई गाइडलाइंस जारी की। इसके साथ ही केंद्र सरकार की ओर से गाइडलाइंस जारी होने के बाद अब बिहार सरकार भी इस मामले में फुल एक्शन में आ गई है, और दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के लोगों और बिहार में फंसे दूसरे राज्यों के लोगों को निकालने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। जिससे जल्द से जल्द लोगों के उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाया जा सके।
इसके लिए बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग ने 19 नोडल अफसरों की तैनाती की है। ये अधिकारी दूसरे राज्यों में फंसे हुए बिहार के छात्रों, मजदूरों के साथ ही अन्य लोगों को वापस लाने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही ये अधिकारी बिहार में फंसे दूसरे राज्यों के लोगों को निकालने पर भी काम करेंगे। आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी किए गए आदेश के अनुसार दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के लिए पलका सहनी और शैलेंद्र कुमार, हरियाणा के लिए दिवेश सेहरा, राजस्थान के लिए प्रेम सिंह मीणा, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए शैलेंद्र कुमार, पंजाब के लिए मानवजीत सिंह ढिल्लो, को नोडल अफसर नियुक्त किया गया है। जिसकी जिम्मेदारी होगी कि अन्य राज्यों राज्यों में फंसे लोगों को बिहार वापस लाया जाए इसके साथ ही बिहार में फंसे अन्य राज्यों के लोगों को उनके घर पहुंचाया जाए।
आपको बता दें गृह मंत्रालय की ओर से जारी की गई गाइडलाइन के मुताबिक लोगों के उनके गंतव्य स्थान पहुंचने पर सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम को उनकी जांच करनी होगी। वहीं घर में ही क्वारंटीन रहना होगा। साथ ही इन सभी लोगों की समय-समय पर मेडिकल जांच की जाएगी। इसके लिए लोगों को आरोग्य सेतू ऐप भी यूज करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। वहीं इस ऐप को मोबाइल में ऑन रखना अनिवार्य होगा। जिससे उनकी स्थिति के बारे में जानकारी मिल सके।