चीन से शुरू हुये Coronavirus का असर अब भारत के दवा उद्योग में दिखना शुरू हो गया है। सरकार ने 26 तरह की दवा सामग्री और पैरासिटामोल, Vitamin B1 and B12 सहित कुछ दवाओं के एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया है। सरकार के इस कदम के बाद अब कुछ सक्रिय औषधि सामग्री और फॉर्मुलेशंस के एक्सपोर्ट के लिये वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले विदेश व्यापार महानिदेशालय से लाइसेंस लेने की जरूरत होगी।
अब तक इन दवा सामग्रियों के एक्सपोर्ट पर किसी तरह का कोई बैन नहीं था। डीजीएफटी ने एक अधिसूचना में कहा है, ‘‘API से तैयार कुछ खास तरह के API और फार्मुलेशंस का निर्यात … एतत् द्वारा तुरंत प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाता है। यह प्रतिबंध अगले आदेश तक जारी रहेगी।’’ API विभिन्न प्रकार की दवाओं के निर्माण में कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
सरकार की ओर से की गई यह घोषणा Coronavirus के दुनिया के कई देशों में फैलने के बाद उपजी चिंता को देखते हुय काफी अहम है. भारत हालांकि, API का भारी मात्रा में चीन से इंपोर्ट करता है लेकिन सीमित मात्रा में यह इसका एक्सपोर्ट भी करता है. पिछले साल देश से 22.50 करोड़ डालर का API का निर्यात किया गया. वहीं देश में API का सालाना इंपोर्ट 3.5 अरब डॉलर का होता है. इसमें से करीब ढाई अरब डॉलर का इंपोर्ट चीन से किया जाता है.
देश में सोमवार को Coronavirus के 2 नये मामले सामने आये हैं। एक मामला राष्ट्रीय राजधानी में सामने आया है। Coronavirus फैलने से अब तक दुनियाभर में 3000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले फरवरी में औषधि विभाग ने DGFT से 12 API और फार्मुलेंशंस के निर्यात को प्रतिबंधित करने कहा था। इनमें साधारण एंटीबायोटिक्स और विटामिन शामिल हैं।
भारत में Coronavirus के 2 ताजा मामले सामने आने के एक दिन बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को एक ट्रैवेल एडवाइजरी जारी की। इसके अनुसार 3 मार्च को या उससे पहले इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, जापान के उन नागरिकों को जारी नियमित वीजा या ई-वीजा को सस्पेंड कर दिया जिन्होंने अभी तक भारत में एंट्री नहीं किया है।