दुनियां पर साल की शुरूआत से छाया कोरोना महामारी का खतरा है कि कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पूरी दुनियां इस वक्त कोरोना वायरस की गिरफ्त में है। इस अनदेखे दुश्मन ने अब तक ढाई लाख से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए पिछले करीब 3 महीनों से दुनियां के कई देशों में लॉकडाउन लागू है, लेकिन हालात हाथ से निकलते जा रहे हैं। बता दें अभी भी इसकी चपेट में 43 लाख 45 हजार से ज्यादा लोग है। वहीं इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक डॉ. माइकल जे रियान ने कहा कि एचआईवी संक्रमण की तरह कोरोना वायरस दुनिया में हमेशा रहने वाला वायरस हो सकता है। एक स्वास्थ्य आपातकाल के कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मीडिया से कहा, ‘यह वायरस हमारे समुदायों में सिर्फ एक अन्य स्थिर वायरस बन सकता है और हो सकता है कि यह वायरस कभी खत्म ही न हो। एचआईवी भी अभी खत्म नहीं हुआ है।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘मुझे नहीं लगता कि कोई भी ये बता सकता है कि ये बीमारी कब खत्म होगी।’ वहीं दुनियाभर में जारी लॉकडाउन पर कहा कि इस वक्त लॉकडाउन का हटाना खतरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि अभी भी कोरोना के संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
इसके साथ ही कोविड-19 की वैक्सीन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक डॉ. माइकल जे रियान ने कहा कि हम सब को मिलकर इस वायरस को जड़ से खत्म करने के लिए एक प्रभावकारी वैक्सीन बनाना है, और वैज्ञानिक इसका ईलाज ढूंढने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।