चीन के वुहान से निकाले कोरोना वायरस ने मौत का जो तांडव पूरे विश्व में मचा रखा है उससे विश्व के सभी देश कराह रहा है। इस वायरस ने छोटे बड़े, कमजोर ताकतवर सभी देशों को घुटनों पर लाकर खड़ा कर दिया है। ऐसे में सभी चीन की ओर शंका भरी नजरों से देख रहे हैं क्योंकि माना जा रहा है कि ये वायरस चीन के लैब में तैयार किया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति खुद कई बार अपने संबोधन में कोरोना वायरस को चीनी वायरस और वुहान वायरस बोल चुके हैं। वही कुछ वैज्ञानिकों का तो ये भी मानना है कि ये एक प्रकार का जैविक हथियार है। वहीं दूसरी ओर चीन इस वायरस के फैलने में अपनी भूमिका को नकारता रहा है, और अब जो खबर सामने आई है उसने सब को चैंका दिया है। आपको बता दें चीन में कोरोना बीमारी से जुड़े एक रिसर्चर की हत्या कर दी गई है। सूत्रों की माने तो पिट्सबर्ग मेडिकल सेंटर में काम करने वाले रिसर्चर डॉक्टर बिंग लिऊ ने कोरोना वायरस को लेकर कोई बहुत बड़ी खोज कर ली थी। बिंग लिऊ उसे सार्वजनिक करने ही वाले थे कि उससे पहले उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। बिंग लिऊ पर हमला करने वाले शख्स ने बाद में खुद भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली। बता दें कि 37 साल के बिंग लिऊ अकेले रहते थे और
वहीं इस घटना पर यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग मेडिकल सेंटर ने रिसर्चर लिऊ की मौत पर दुख जताया और कहा कि वो कोरोना वायरस को लेकर एक बड़ी खोज के करीब पहुंच गए थे और जल्द ही उसका इलाज ढूंढने वाले थे। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या वो कुछ ऐसा बताने वाले थे जो चीन में कुछ लोग नहीं चाहते थे।
बता दें इस वायरस ने अबतक ढाई लाख से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। वहीं 37 लाख 11 हजार से ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में हैं।