राजधानी दिल्ली अब धीरे धीरे कोरोना का केंद्र बनता जा रहा है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। 57 हजार के करीब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या जा पहुंची है। स्थिती की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक अहम फैसला लिया है जिसके तहत अब पूरी दिल्ली में 27 जून से 10 जुलाई के बीच एक सेरोलॉजिकल सर्वे कराया जाएगा। इस सर्वे में 20 हजार लोगों की सैंपल टेस्टिंग की जाएगी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस सेरोलॉजिकल सर्वे से दिल्ली में संक्रमण के फैलाव का आंकलन किया जा सकेगा, जिससे कोरोना से लड़ने में रणनीति निर्धारित करने में आसानी मिलेगी। इसके लिए दिल्ली के हर जिले को एक बड़े अस्पताल से जोड़ा जाएगा। दिल्ली सरकार 22 जून यानी आज एक योजना निर्धारित करेगी, वहीं 23 जून तक जिला स्तरीय टीमों का गठन होगा, 26 जून तक सभी कंटेनमेंट जोन्स का संशोधित परिसीमन किया जाएगा, 30 जून तक कंटेनमेंट जोन्स का सर्वे किया जाएगा। साथ ही ये भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी कोरोना पॉजिटिव मामलों को पहले कोरोना सेंटर जाना होगा और जिन लोगों के घरों में सही व्यवस्था है। उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जाए।
इस योजना के तहत दिल्ली सरकार हर मृतक का आंकलन करेगी कि कोरोना के मरीज को कितने दिन पहले और कहां से अस्पताल लाया गया था, और इस वक्त दिल्ली के अंदर कितने लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, इसकी जानकारी भी दिल्ली सरकार को केंद्र को देनी होगी। इसके साथ ही सभी संक्रमित व्यक्तियों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और क्वारंटाइनिंग करने के लिए आरोग्य सेतु और इतिहास एप के इस्तेमाल को अनिवार्य किया जाएगा।