अब मध्य प्रदेश में बाढ़ के लिए कांग्रेस व मनमोहन सिंह हुए जिम्मेदार

PM नरेन्द्र मोदी से लेकर BJP के आम नेता तक हर काम के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। देश में कोई समस्या आती है उसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है।

जैसे PM हर काम के लिए नेहरू व कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हैं वैसे ही अब उनके मंत्री, विधायक व नेता भी करने लगे हैं। पिछले दिनों पूर्वोत्तर के BJP सांसदों ने असम-मिजोरम सीमा पर हुई हिंसा का जिम्मेदार कांग्रेस, इंदिरा व राजीव गांधी को ठहराया था। अब ऐसा ही कुछ मध्य प्रदेश में हुआ है।

मध्य प्रदेश इन दिनों बाढ़ की समस्या से जूझ रहा है। एमपी के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। इस हालात के लिए राज्य के एक भाजपा विधायक ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि सूबे में भाजपा की सरकार है।

BJP विधायक रामेश्वर शर्मा ने तंज कसते हुए कहा है कि दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि नदियां जोड़ों, लेकिन मनमोहन अंकल ने 10 साल तक कुछ किया ही नहीं।

विधायक शर्मा की यह टिप्पणी पत्रकारों के उस सवाल के जवाब पर आई, जिसमें पूछा गया था, “मौसम विभाग (IMD) ने ग्वालियर और चंबल संभाग के लिए चेतावनी दी थी। ऐसे में कांग्रेस मौजूदा सरकार पर लापरवाह रवैए का आरोप लगा रही है। अगर ढ्ढरूष्ठ चेता चुका था, फिर बाढ़ पीडि़तों के लिए काम क्यों न हुआ?”

इस सवाल के जवाब में BJP विधायक ने कहा, “अरे भाई, पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी खुलेआम देश को चेताकर गए थे कि नदियों को जोड़ो। मनमोहन सिंह अंकल ने कौन सी नदी जोड़ी, बताओ, इसका जवाब क्यों नहीं दे रहे? हर आदमी के हाथ में तो गूगल है आजकल। हर आदमी बता देगा कि कल कहां पानी गिरेगा, कितने फीसदी वर्षा होगी और सूरज निकलेगा या नहीं। उससे कौन सी नई बात है।”

बकौल शर्मा, ” आपके महमोहन अंकल 10 साल PM रहे थे, आप बता दीजिए कि उन्होंने कौन सी नदी जोड़ी। ऐसे में बाढ़ और त्रासदियों के जिम्मेदार है, तो कांग्रेस है। पर BJP ने तय किया है कि हम चार से पांच सालों में इस तरह से योजना बनाएंगे कि आने वाली भयानक बाढ़ और सूखे के कारण पनपने वाली परेशानियों का हल निकाला जा सके।”

पिछले तीन दिनों से मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभागों में बाढ़ से मची तबाही से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है और सात लोग घायल हुए है।

हालांकि, गुरुवार को अब इन दोनों संभागों में बचाव अभियान समाप्त कर राहत कार्य शुरू किया गया। ग्वालियर संभाग के आयुक्त आशीष सक्सेना ने बताया कि कल बुधवार तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 12 लोगों की मौत होने की रिपोर्ट मिली।

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