देश के कई हिस्सों में नागरिकता कानून और NRC के खिलाफ जारी विरोध के बीच केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि ‘भारत माता की जय’ कहने वाले ही देश में रहेंगे। प्रधान ने यह बयान पुणे में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के 54 वें राज्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए दिया।
प्रधान ने नागरिकता कानून पर कहा कि क्या भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस द्वारा दिया गया बलिदान व्यर्थ जाएगा? क्या लोगों ने आजादी के लिए लड़ाई इसलिए लड़ी ताकि आजादी के 70 साल बाद देश इस विषय पर विचार करेगा कि नागरिकता गिनें या नहीं ? क्या हम इस देश को धर्मशाला बनाएंगे?
प्रधान ने कहा, ‘जो भी आएगा, यहीं रहेगा? हमें इस मुद्दे पर चुनौतियों को स्वीकार करना होगा। हमें इस सोच को स्पष्ट करना होगा। देश में, ‘भारत माता की जय’ कहना अनिवार्य है, केवल यह कहने वाले लोग ही यहां रहेंगे।दूसरी ओर, अपने 134 वें स्थापना दिवस पर, कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को नागरिकता कानून (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि सीएए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के हिंदुओं, सिखों, जैनियों, पारसियों, बौद्धों और ईसाइयों को नागरिकता देता है, जो धार्मिक उत्पीड़न के कारण 31 दिसंबर, 2014 को या उससे पहले भारत आए थे।