ये तो सब जानते है कि पूरी दुनिया में कोरोना को फ़ैलाने का काम चाइना ने किया है .चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस से पूरी दुनिया जूझ रही है और लाखों लोग इस महामारी से अब तक मारे जा चुके हैं। कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट से विश्वभर में तबाही मची हुई है। महासंकट की इस घड़ी में चीन ने कोरोना वायरस पर काबू पाने का दावा किया और कोविड-19 के गढ़ रहे वुहान शहर लेकर देश के अन्य हिस्सों में पार्टियों और जश्न का दौर शुरू हो गया। इस बीच चीन ने एक चूक कर दी और अब देश में वर्ष 2019 के बाद सबसे बड़ा कोरोना संक्रमण फैला है।
कोरोना के खतरे को देखते हुए चीन ने बुधवार को अपने झांगजियाजेई शहर को सील की दिया है और शहर के स्थानीय नेताओं के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई कर रहा है। पिछले साल के शुरुआत में महामारी आने के बाद, चीन के लोग लगभग वायरस मुक्त जीवन व्यतीत कर रहे थे। अब ताजा संक्रमण में कोरोना वायरस 17 प्रांतों में फैल चुका है। चीन में स्थानीय संक्रमण के 71 नए मामले बुधवार को आए। चीन ने कोरोना वायरस को मात देने के लिए हर तरफ कड़ा घेरा बना रखा है। अक्सर हजारों लोगों की लगातार टेस्टिंग होती रहती है। इन सबके बावजूद डेल्टा वेरिएंट ने उसके घेरे को तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि चीन में कोरोना के ताजा मामले की शुरुआत मास्को से आई एक उड़ान के जरिए हुआ। मध्य जुलाई में चीन के पूर्वी शहर नानजिंग स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मास्को से एक यात्री विमान उतरा था। इस विमान में सवार 7 लोग कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित पाए गए थे। इन यात्रियों से एयरपोर्ट की सफाई करने वाले लोगों में कोरोना वायरस फैल गया। सफाई स्टाफ से कुल 9 लोग 20 जुलाई से अब तक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन लोगों से कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से उन लोगों तक पहुंच गया जो एयरपोर्ट पर आए थे। यह एयरपोर्ट एक बड़ा यातायात हब बना हुआ है।