कोरोना (Covid-19) रोकथाम के लिए गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (State and Union territories of india) को महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है. केंद्र ने अलर्ट किया है कि त्योहार के मद्देनजर सभी राज्यों को सतर्कता बरतने और कोविड गाइडलाइन (Corona Guidelines) का सख्ती से पालन किया जाए. गृह मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा कि कोरोना का खतरा अभी भी बरकरार है, लिहाजा स्थानीय प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि त्योहार के वक्त भीड़ गाइडलाइन के मुताबिक ही हो. गृह मंत्रालय ने सितंबर के महीने में सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को जो आदेश दिया था, उसी आदेश को 30 नवंबर तक बढ़ाया है. गृह मंत्रालय ने कंटेनमेंट जोन पर खासतौर पर ध्यान रखने को कहा है. साथ ही टेस्टिंग ट्रैकिंग ट्रीटमेंट जैसे कदमों को पुख्ता तरीके से अमल लाने को कहा है.
एक चिट्ठी पिछले महीने स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखी थी, जिसमें अक्टूबर से लेकर जनवरी तक 11 त्योहारों या आयोजनों का जिक्र है. गृह मंत्रालय ने कहा कि ऐसे वक्त में लोगों की भीड़ बढ़ती है. कोविड संक्रमण फैलने का खतरा रहता है. लिहाजा स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से लिखी गई इस छुट्टी के बिंदुओं पर पुख्ता तरीके से स्थानीय प्रशासन काम करें. इस चिट्ठी में उन मापदंडों का जिक्र है, जिससे कोविड कंटेनमेंट जोन की घोषणा की जाती है. साथ ही इसमें वैक्सीनेशन पर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को प्राथमिकता देने को कहा गया है.
अब भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर (Corona Third Wave) की आशंका जताई जाने लगी है. ऐसा इसलिए है क्योंकि अब भारत के छह राज्यों तक कोरोना वायरस का नया वेरिएंट AY.4.2 पहुंच चुका है. इनमें महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, जम्मू-कश्मीर और तेलंगाना शामिल हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक इस नए वेरिएंट की अभी जांच चल रही है. उनका कहना है कि यह नया वेरिएंट कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के समूह से है.
बुधवार को महाराष्ट्र में कोरोना मामलों में एक बार फिर लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई है. बुधवार को महाराष्ट्र में 1482 नए कोरोना केस सामने आए हैं. इसके कारण 38 लोगों की मौत भी हुई है. वहीं, भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 16,156 नए कोरोना केस सामने आए हैं. 733 लोगों की मौत हुई है. देश में कोरोना के सक्रिय मामले 1,60,989 हैं.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में करीब 11 करोड़ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने तय तारीख निकल जाने के बाद भी अब तक कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाई है. वैक्सीन डेटा के अनुसार 3.92 करोड़ से अधिक लोग ऐसे हैं, जिन्होंने दूसरी डोज की तय तारीख से छह हफ्ते बाद तक वैक्सीन नहीं ली है. 1.57 करोड़ लोग 4 से 6 हफ्ते लेट हैं. वहीं 1.50 करोड़ लोगों ने दो से चार हफ्ते की देरी के बाद भी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई है.