Bihar Panchayat Election 2021: त्रिस्तरीय Panchayat Chunav की तैयारी बाढ़ कैलेंडर को ध्यान में रखकर राज्य निर्वाचन आयोग ने शुरू कर दी है। आयोग ने आपदा प्रबंधन विभाग से पत्र लिखकर बाढ़ प्रभावित जिलों से लेकर प्रखंडों और पंचायतों की जानकारी मांगी है। अगर सितंबर में Corona की तीसरी लहर नहीं आती है, तो आयोग दिसंबर तक चुनाव संपन्न कराने की तैयारी कर रहा है। आयोग की कोशिश है कि बारिश और बाढ़ प्रभावित पंचायतों का कैलेंडर मिल जाए, तो सितंबर से दिसंबर के बीच चुनाव को संपन्न करा लिया जाए।
दरअसल, त्रिस्तरीय पंचायतों में परामर्शी समिति के गठन से संबंधित अध्यादेश की मियाद भी नवंबर में पूरी जाएगी। आयोग इस लिहाज से भी चुनावी तैयारियों को अमली जामा पहनाने की रणनीति तैयार कर रहा है। प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ के दौरान उत्तर बिहार के कई जिलों में तबाही मच जाती है। आवागमन की समस्या से लेकर दूसरी कई परेशानी पेश आती हैं। कई प्रखंडों और पंचायतों का जिला मुख्यालय से संपर्क भंग हो जाता है। एक बड़ी आबादी विस्थापित हो जाती है। गांव के गांव बाढ़ राहत शिविरों में रहने के लिए विवश होते हैं। ऐसे में आयोग की तैयारी है कि विस्थापित लोगों के गांव लौटने के बाद ही चुनाव कराया जाए।
गौरतलब है कि Corona के कारण राज्य में पंचायत चुनाव स्थगित है। पिछला चुनाव सन् 2016 में हुआ था। बहरहाल परामर्शी समिति बनाकर सरकार ने पंचायत प्रतिनिधियों को परोक्ष रूप से कामकाज का अवसर सुलभ कराया है। परामर्शी समिति के रूप में सरकार ने वैधानिक बाध्यताओं का भी ख्याल रखा और पंचायतों में विकास-कार्यों के लिए गुंजाइश भी बनाए रखी।
चुनावी कार्यक्रम की घोषणा से लेकर मतदान की आखिरी तिथि और नव-निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण कराने तक में करीब 3 माह का समय लग जाता है। ऐसे में अगर बाढ़-बारिश का कैलेंडर मिल जाता है तो राज्य निर्वाचन आयोग को चुनावी तैयारी करने में सहूलियत होगी। इसी मद्देनजर आयोग ने संबंधित पक्षों को पत्र लिखा है।