कनाडा की पूर्व सरकार में मंत्री रहे एक भारतवंशी सिख ने पांच साल पुराने एक बिल को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। इस बिल में कहा गया था कि देश में Muslim महिलाएं नागरिकता की शपथ लेते वक्त Niqab नहीं पहन सकेंगी। उस दौरान यह बिल काफी विवादित भी रहा था। हाल ही में इस्लामोफोबिया से जुड़ा भी एक मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने Muslim परिवार पर ट्रक चढ़ाकर उनकी हत्या कर दी थी।
कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद टिम उप्पल 2015 में प्रधानमंत्री रहे स्टीफन हार्पर की सरकार में मंत्री थे। उस दौरान उन्होंने इस बिल का समर्थन किया था। उप्पल फिलहाल एडमंटन मिल वुड्स से सांसद हैं। एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि वे 2015 में प्रस्तावित बिल के प्रवक्ता थे, लेकिन उस साल आम चुनाव में जस्टिन ट्रूडो की लिबरल्स पार्टी के हाथों हार के बाद उन्होंने कनाडा के लोगों से बात की।
इस दौरान उन्हें अंदाजा हुआ, ‘कैसे इस बैन और 2015 के चुनाव के दौरान दूसरे अभियानों की घोषणा ने कनाडा के मुस्लिमों के कैसे अलग-थलग कर दिया था और इस्लामोफोबिया की बढ़ती परेशानी में योगदान दिया था।’ उन्होंने लिखा, ‘जब इन नीतियों की बात आती है, तो मुझे अपनी कुर्सी का इस्तेमाल उस विभाजन के खिलाफ जोर देने के लिए करना चाहिए था, जो दूसरों की धारणा को बढ़ावा देते हैं। मुझे मजबूत आवाज नहीं बन पाने का दुख है और अपनी भूमिका के लिए क्षमा चाहता हूं।’
6 जून को 20 साल के एक लड़के नथैनियल वेल्टमैन ने ओंटारियों के हेमिल्टन में एक Muslim परिवार के 4 सदस्यों को ट्रक से रौंद दिया था। इस घटना को लेकर उन्होंने कहा, ‘कई लोगों के लिए यह एक विनाशकारी सप्ताह था। एक राष्ट्र के तौर पर हम एक परिवार के लिए दुख मना रहे हैं, जिसपर एक आतंकवादी ने हमला किया और क्रूरता से खत्म कर दिया।’
अधिकारियों ने बताया कि वाहन चालक ने परिवार को Muslim होने के कारण उन्हें निशाना बनाया। घटना लंदन के ओंटारियो शहर में रविवार रात में हुई। प्रशासन ने बताया घटना के बाद मॉल के पास से एक युवक को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि वाहन ने एक मोड़ पर पीड़ितों को रौंद दिया। मृतकों की पहचान सलमान अफजल (46), उनकी पत्नी मदीहा (44), उनकी बेटी युमना (15) और 74 वर्षीया दादी के तौर पर हुई। बुजुर्ग महिला का नाम नहीं बताया गया। अस्पताल में भर्ती कराए गए बच्चे का नाम फैयाज बताया गया है।