विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) के नतीजों के बाद एक तरफ जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार के गठन की कवायाद शुरू हो चुकी है, वहीं महागठबंधन (Mahagathbandhan) भी सरकार बनाने की रणनीति बना रहा है। बताया जा रहा है कि जाेड़-तोड़ की कोशिश (Politics of manipulations) के बीच उपमुख्यमंत्री (Deputy CM) की कुर्सी का भी ऑफर खुल गया है। महागठबंधन के प्रमुख घटक राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने इसमें अपने कुछ प्रमुख सिपहसालारों को लगाया है। जोड़-तोड़ की कोशिशों का खुलासा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) हाल ही में कर चुके हैं। आरजेडी के सांसद मनोज झा कहते हैं कि जनादेश नीतीश कुमार के खिलाफ है और हम इसका विकल्प खोज लेंगे। इसके पहले आरजेडी विधायक दल की बैठक में तेजस्वी यादव ने भी कहा था कि एनडीए सरकार ज्यादा दिनों तक नही चलेगी।
बताया जाता है कि RJD की तरफ से बाहुबली अनंत सिंह (Anant Singh) और रीतलाल यादव (Rit Lal Yadav) को महागठबंधन की सरकार के लिए ‘जुगाड़’ की जिम्मेदारी दी गई है। विधान पार्षद सुनील सिंह और राज्यसभा सांसद अमरेंद्र धारी सिंह को भी इस काम में लगाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनके सहयोग के लिए RJD के राज्यसभा सांसद मनोज झा को भी लगाया गया है। हालांकि, आरजेडी के नेता जोड़-तोड़ की कोशिशों से इनकार कर रहे हैं। सासंद अमरेंद्र धारी सिंह कहते हैं कि वे जनादेश का सम्मान करते हैं। RJD के सांसद मनोज झा ऐसी कोशिशों ने इनकार करते हैं।
RJD सांसद भले ही इनकार करें, लेकिन ‘हम’ प्रमुख जीतन राम मांझी ने स्पष्ट कहा है कि उन्हें महागठबंधन की ओर से बुलावा आ रहा है, लेकिन वे मरते दम तक नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ ही रहेंगे। शुक्रवार को ‘हम’ के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि मांझी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़कर जीत दर्ज की है, इसलिए उनके साथ रहेंगे।
सूत्रों के अनुसार महागठबंधन की सरकार बनाने की गुप्त मुहिम में ‘हम’ सुप्रीमो जीतनराम मांझी और विकासशील इनसान पार्टी (VIP) के अध्यक्ष मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) को अपने पाले में करने की कोशिशें की जा रहीं हैं। उन्हें अपने पुराने घर में लौटने का हवाला देते हुए उपमुख्यमंत्री व अन्य बड़े पदों का ऑफर भी दिया जा रहा है।
बताते चलें कि रविवार को NDA विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को नेता चुन लिया जाएगा। इसके बाद वे राज्यपाल के समक्ष सरकार गठन का दावा पेश करेंगे। NDA में सबसे बड़ी पार्टी BJP को 74 सीटें मिली हैं। जबकि, नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड (JDU) को 43 सीटें मिली हैं।