बिहार विधानसभा का चुनाव (Bihar Assembly Election) समय पर होगा या नहीं इसे लेकर बहस छिड़ी हुई है। अब तक विपक्षी पार्टियां इस चुनाव का विरोध करते आ रही थी, लेकिन सत्ताधारी दल के नेता खुलकर चुनाव समय पर कराने की बात कह रहे थे। अब सत्ताधारी दल के नेताओं के भी सुर बदले बदले से हैं। खुद CM नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को भी अब यह एहसास होने लगा है कि कोरोना वायरस (COVID-19) के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए चुनाव समय पर होना बेहद मुश्किल है।
बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब धीरे-धीरे विधानसभा चुनाव समय पर हो या ना हो इसकी तस्वीर साफ होने लगी है। कल तक जो BJP-JDU के नेता चुनाव समय पर कराने की बात कह रहे थे अब उन्हें भी इसमें संशय दिख रहा है। दरअसल, मानसून सत्र के दौरान CM नीतीश कुमार ने खुद सदन में यह कहा कि विधानसभा का चुनाव समय पर होगा या नहीं, यह कहना मुश्किल है। फैसला चुनाव आयोग को लेना है। हालांकि कोरोना की स्थिति को देखते हुए कुछ भी कह पाना कठिन है। CM नीतीश कुमार का बयान इस ओर इशारा कर रहा है कि अब सरकार में बैठे लोगों को भी यह लगने लगा है कि कोरोना के इस काल में चुनाव कराना सही नहीं होगा।
NVR24 से खास बातचीत में भारतीय सबलोग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण कुमार जी ने सत्ता पक्ष की चुनावी जिद को अमानवीय करार दिया उनके मुताबिक जब पूरे तंत्र को जनता की सेवा मे जुटना चाहिए तब यह लोग जनता को बाढ़ और कोरोना से त्रस्त छोड़ पैसे के घमंड मे चूर हैं। उन्होने आगे बिहार में सुशाषन और विकास दोनों की पोल खोल कर रख दी। इस साक्षात्कार का विस्तृत भाग आप हमारे यूट्यूब चैनल NVR24 PRIME पर जल्द ही देख पाएंगे।
इससे पहले एनडीए के घटक दल लोजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर यह मांग की थी कि इस कोरोना काल में चुनाव ना कराया जाए क्योंकि इससे लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है। इससे लोगों के जान को खतरा होगा। ऐसे में इस कोरोना काल में चुनाव हो या न हो इसे लेकर एनडीए के भीतर ही अलग-अलग राय है।
बिहार की तमाम विपक्षी पार्टियां लगातार कोरोना के बीच चुनाव कराने का विरोध कर चुकी है। राजद कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टियां चुनाव आयोग को पत्र लिखकर चुनाव कराने के मामले पर अपना विरोध जता चुकी है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तो यहां तक कहा कहा है कि इस कोरोना काल में सरकार लाशों के ढेर पर चुनाव कराना चाह रही है। ऐसे में चुनाव आयोग पर भी कहीं ना कहीं चुनाव की तारीख आगे बढ़ाने का दबाव होगा।
कांग्रेस मैनिफेस्टो और रिसर्च टीम के प्रेजिडेंट आनंद माधब जी से जब NVR24 ने बात की तब उन्होने भी खुलकर चुनाव अभी न करने की वकालत की, उनके मुताबिक अभी वक्त माकूल नहीं है। सत्ता पक्ष सिर्फ कोरोना काल की फौरी मदद को भुनाना चाहती है। आगे उन्होने कहा की चिकित्सा का मुलभुत ढांचा यहाँ पूरी तरह से ध्वस्त है, लेकिन मंत्रीगण मस्त हैं। चार बार स्वस्थ सचिव बदले गए लेकिन पिछले साल चमकी बुखार पर हो रही प्रेस कांफ्रेंस के दौरान क्रिकेट का स्कोर पूछने वाले मंत्री महोदय पर मुख्यमन्त्र जी की मेहरबानी कुछ खास ही है। इस पूरे साक्षात्कार का विस्तृत भाग आप हमारे यूट्यूब चैनल NVR24 PRIME पर जल्द ही देख पाएंगे।