बीजेपी की सांसद प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) के ताजा बयान से नया विवाद खड़ा हो गया है. पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं (Attack On BJP Workers) पर लगातार जारी हमले को लेकर प्रज्ञा ठाकुर ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर निशाना साधा है. भोपाल की सांसद ने मंगलवार को ट्वीट कर बंगाल हिंसा (Bengal Violence) का विरोध किया. हालांकि इसके लिए उन्होंने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है उससे विवाद की स्थिति पैदा हो गयी है. प्रज्ञा ठाकुर ने अपने ट्वीट में लिखा, मुमताज लोकतंत्र, हिंदुओं बीजेपी बंगाल के कार्यकर्ताओं की निर्मम, हत्या, बलात्कार. हे कलंकिनी.. बस्स्स् शठे शाठ्यम समाचरेत, टिट फॉर टैट करना ही होगा. राष्ट्रपति शासन और NRC बस यही उपाय है. संतो और वीरों की भूमि पर ताड़का का शासन हो गया. अब तो ‘राम’ बनना ही होगा.
दरअसल दो मई को आए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव परिणाम में तृणमूल कांग्रेस को भारी सफलता मिली है. इसके बाद से राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बीजेपी कार्यकर्ताओं और पार्टी दफ्तर पर हमला होने का दौर शुरू हो गया. इसके विरोध में बीजेपी ने मंगलवार पांच मई को देश भर में धरना दिया. मध्य प्रदेश में भी बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने मंडल स्तर पर धरना देकर अपना विरोध जताया. भोपाल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी शर्मा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल और राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बीजेपी मुख्यालय पर धरना देकर विरोध जताया था. हालांकि इस धरने से बीजेपी की सांसद प्रज्ञा ठाकुर नदारद थीं.
बता दें कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को हरा कर भोपाल से सांसद चुनी गई थीं. हिंदुत्ववादी छवि की नेता प्रज्ञा ठाकुर का पूर्व में भी कई बार विवादों में रह चुकी हैं. सबसे बड़ा विवाद तब हुआ था जब उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बता दिया था. इस पर विवाद खड़ा होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वो प्रज्ञा ठाकुर को कभी मन से माफ नहीं कर पाएंगे. हालांकि इस सबके बावजूद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ संगठन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई.