बस्ती (Basti Assembly Election) जिले के मुंडेरवा में बुढ़वल बाज़ार के पिठियाँ चौराहा। चौराहे पर चार चाय की दुकानें हैं। इन दुकानों पर रोजाना बैठने वाले लोग चुनाव के दौरान कुछ अलग ही सोचते और कहते हैं। हाल यह है कि अमेरिका में इलेक्शन हो और रिजल्ट आए, उससे पहले यहां के अड्डेबाज अपने पैमानों पर जीत-हार की भविष्यवाणी (UP Chunav Prediction) कर देते हैं। झिनकू की चाय की दुकान पर विधानसभा चुनावों को लेकर चर्चा गरम है।
डॉक्टर नाम से मशहूर राजा मोहन ने कहा कि ‘अबकी अखिलेश आइहैं, कोई रोक नाइ पाई’…सीना ठोक कय दावा है। फिर क्या था नेता जी(राकेश चौधरी) बिदक गए। बोले ‘सुना डॉक्टर तहार दिमाग गड़बड़ाइल बाय…कानून का डंडा अबहीनो योगी कय हाथ म बाय…जवाब दियव लेकिन थोड़ा सोच समझ कय। लेने के देने पड़ी जईहैं…2017 मय बहुत जने ताल ठोके रहीं। आज महाराज जी अपने विकास के काम से उनका ठोकत हइन…! तभी डॉक्टर बोल पड़े अच्छा चुप रहो ई तो समय बताई योगी या अखिलेश…? ई जनता तय करी, तहार कौन बिसात।
कोरोना में कोई नेता मदद के लिए नहीं आया
माहौल गर्म होता देख रमाकांत पांडेय ने कहा ‘का यार अपसय में सिर फुटौअल करत हयो…जनता खुदय काम कै तुलना करी की कौन मुख्यमंत्री बनी। थोक कय भाव वोट पड़ी और मुख्यमंत्री वहीं से निकरी। तभी जितेंदर पंडित से रहा नहीं गया। चर्चा में नया मोड़ लाते हुए राकेश बोल पड़े कि कोरोनाकाल भूल गए क्या। जब दूसरी लहर आई थी तब कोई नेता मदद के लिए नजर नहीं आया। सिवाय महेन्दर नाथ यादव के कोई और नाम तो याद ही नहीं आता है जो घर घर जाकर राशन पहुंचा रहा था। राजनेताओं को अब यह जनता को बताना पड़ेगा कि उनकी असल मंशा क्या है। उनके लिए राजसत्ता की अहमियत ज्यादा है कि उन्हें वोट करने वाले आम आदमी की जिंदगी। सैकड़ों लोग महामारी की वजह से काल के गाल में समा गए लेकिन किसी राजनेता को जनता के इस दर्द का अहसास तक नहीं हुआ। मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर कब तक यह आम आदमी की जिंदगी को हाशिए पर ठेलते रहेंगे और राजनीति करते रहेंगे। तभी पेशे से टीचर प्रभाकर ओझा ने कहा कि ‘हे झिंनकुआ मामला गर्म हो जाए, उससे पहले चाय पिला दे। सुधाकर ने चर्चा को विराम देते हुए कहा कि वैसे युवा नेता है महेन्दर नाथ यादव सदर सीट से, इसको एक बार जोर आजमाना चहिए, इ लड़का बहुत किया है। अब कौन विधायक बनेगा, इस पर विवाद हो सकता है। लेकिन इस पर कोई विवाद नहीं कि जनता को काम करने वाला ही विधायक चाहिए।