चीन के साथ बढ़ते तनाव और उसके खिलाफ लगे जासूसी के आरोपों के बीच अमेरिका ने एक बड़ा फैसला किया है। भारत की तर्ज पर अमेरिका के राष्ट्रपति Donald Trump ने फैसला किया है कि देश में चीनी वीडियो शेयरिंग मोबाइल ऐप Tik Tok को बैन कर दिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही कार्यकारी निर्देश लाया जाएगा। वहीं, ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि अग्रणी टेक कंपनी Microsoft इसे अमेरिका में ऑपरेशन्स को खरीद सकती है। भारत दो बार में 106 चीनी मोबाइल ऐप्स को बैन कर चुका है।
शनिवार को आदेश मुमकिन
Donald Trump के फैसले का बारे में AF1 ने बताया है कि जहां तक Tik Tok की बात है, उसे अमेरिका में बैन कर दिया जाएगा और हो सकता है कि शनिवार को इसे लेकर कार्रवाई कर दी जाए। इससे पहले ट्रंप ने कहा था, ‘हम कुछ और चीजें कर सकते हैं, कई विकल्प हैं लेकिन बहुत सी चीजें हो रही हैं इसलिए हम देखेंगे कि क्या होता है लेकिन हम Tik Tok को लेकर कई विकल्प देख रहे हैं। ‘
माइक्रोसॉफ्ट खरीद सकती है
इस बात की भी चर्चा हो रही है कि Tik Tok के अमेरिका में ऑपरेशन मशहूर टेक्नॉलजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट खरीद सकती है। द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने शुक्रवार को इस बारे में रिपोर्ट किया था कि माइक्रोसॉफ्ट इस दिशा में बातचीत कर रही है और अरबों डॉलर की डील सोमवार तक की जा सकती है। इसे लेकर Tik Tok के पैरंट कंपनी बाइटडांस, माइक्रोसॉफ्ट और वाइट हाउस के प्रतिनिधियों के बीच होगी। हालांकि, जरूरी नहीं है कि डील हो ही जाए और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राष्ट्रपति ट्रंप खुद नहीं चाहते कि ऐसी कोई डील की जाए।
भारत ने 59 और ऐप बैन किए
25 सदस्यों वाली अमेरिकी कांग्रेस की टीम ने राष्ट्रपति Donald Trump से इस बाबत ऐक्शन लेने और अमेरिकी नागरिकों के डेटा को सुरक्षित करने के लिए ठोस कदम उठाने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि टिकटॉक के डेटा से चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और भी अडवांस होती है। वहीं, भारत ने चीन के 47 और ऐप बैन कर दिए। इससे पहले भी चीन के 59 ऐप बैन किए जा चुके हैं जिनमें Tik Tok भी शामिल है। बाद में बैन किए गए ऐप्स में ज्यादातर क्लोनिंग वाले ऐप्स शामिल हैं।