किराए के दो कमरे वाले मकान के लकड़ी के दरवाजे पर एक छोटे बच्चे की लिखाई में चॉक से लिखा है, ‘सॉरी अम्मा’। अपनी मां के नाम यह संदेश उस 12 साल की लड़की का है जिसका पिछले 2 वर्षों में 30 से भी ज्यादा लोगों ने रेप किया है। जब शनिवार को नाबालिग पीड़िता को अधिकारी शेल्टर होम ले जा रहे थे, उस समय जाते-जाते उसने अपनी मां से इस तरह माफी मांगी।
इस बच्ची के साथ बलात्कार करने वाले उसके पिता के परिचित थे। बेटी के यौन शोषण की जानकारी उसके माता-पिता दोनों को थी, लेकिन आरोप है कि पैसों के लिए वे खामोश रहे। इस दरिंदगी के बाद भी बेटी नहीं चाहती कि उसके पिता को सजा मिले, क्योंकि पिता को जेल हुई तो
घर पर और आर्थिक संकट आ जाएगा।
उस समय हुई जब वह महज 10 साल की थी। लेकिन यह मामला तब खुला जब कक्षा 8 की इस छात्रा ने काउंसलिंग सेशन में अपनी आपबीती सुनाई। यह स्कूल उसके किराए के मकान से महज 500 मीटर की दूरी पर है। हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में इस काउंसलर ने बताया कि पीड़िता की तकलीफ सुनकर वह भी हैरान रह गईं। लेकिन इतना सब होने के बाद भी बच्ची को इस बात की ग्लानि थी कि वह अपने परिवार की आय में किसी भी तरह का कोई योगदान नहीं कर पा रही है।
पीड़िता को अपने साथ हुए अन्याय का अहसास नहीं
केरल पब्लिक एजुकेशन डिपार्टमेंट के साथ काम करने वाली काउंसलर ने बताया, ‘जब बच्ची से पूछा गया कि उसके घर में क्या चल रहा है तो वह रोने लगी। उसने बताया कि उसके परिवार में बीमार दादी हैं, घर के आर्थिक हालात बहुत खराब हैं, वे मकान का किराया तक नहीं दे पा रहे हैं। उसे चिंता थी कि अगर उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया गया तो परिवार और गहरे आर्थिक संकट में फंस जाएगा। पीड़िता को यह अहसास तक नहीं कि उसका यौन शोषण हो रहा है।’
पिता के दोस्त ने किया पहली बार रेप
पीड़िता ने काउंसलर को बताया, ‘सबसे पहले उसके पिता के एक दोस्त ने उसका रेप किया, यह व्यक्ति उसके परिवार को पैसे दिया करता था। बाद में और लोग भी उसके यौन शोषण में शामिल हो गए। एक तीसरा व्यक्ति भी था जो इन सभी लोगों से पैसों की वसूली करता था, इस शख्स से पीड़िता कभी नहीं मिली है। लड़की का पिता बेरोजगार है और ऐसा लगता है कि पहले उसने पीड़िता की मां को देह व्यपार में धकेला।’
पॉक्सो ऐक्ट के तहत चलेगा मुकदमा
तिरुरंगदी पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर नौशाद इब्राहिम ने बताया, ‘रविवार को पीड़िता का बयान एक मैजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया गया, मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हुई है। रविवार रात को लड़की के पिता समेत तीन लोगों को अरेस्ट कर लिया गया। इन दो लोगों पर पॉक्सो ऐक्ट और आईपीसी की धारा 354 और 376 के तहत मुकदमा चलेगा वहीं लड़की के पिता पर जुवेनाइल जस्टिस ऐक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है। मलप्पुरम के डीएसपी ने बताया कि बाकी लोगों की तलाश की जा रही है।
पड़ोसियों को अंदाजा था, कुछ गलत हो रहा है
लड़की का परिवार मौजूदा जगह पर पिछले पांच साल से रह रहा था। उसके पड़ोस में रहने वाले बहुत से लोगों को अंदाजा था कि उसके घर में ‘कुछ गलत’ हो रहा है। लेकिन उन्होंने अनदेखा कर दिया। एक महिला ने बताया, ‘हमें अकसर रात में उस लड़की के चीखने और रोने की आवाजें आती थीं। रात भर लोग उसके घर आते-जाते रहते थे। लेकिन हमने उनके पारिवारिक मामले में दखल नहीं किया। हमें अपनी बेटियों का भी ख्याल है।’
हमेशा साथ में रहती थी मां
स्कूल में लड़की की एक सहपाठी ने बताया कि पीड़िता किसी से बात नहीं करती थी। उसकी मां ही उसे स्कूल लाती-ले जाती थी। यहां तक कि खाने की छुट्टी में भी लड़की को घर ले जाती थी, इस डर से कहीं कि लड़की कहीं किसी से कुछ कह न बैठे।
एक पड़ोसी ने स्कूल में की शिकायत
लगातार हो रहे शोषण से लड़की की सेहत खराब रहने लगी थी और वह स्कूल भी नहीं जा रही थी। लेकिन किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया। फिर एक पड़ोसी ने स्कूल के अधिकारियों को सारी बात बताई इसके बाद लड़की की काउंसलिंग हुई और पूरा मामला खुला। हालांकि, पीड़िता की मां ने इन सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा, ‘यह साजिश है। मुझे मेरी बेटी वापस चाहिए।’