केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस और भारतीय व्यापार संघ सहित 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने 3 जुलाई को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। यूपी, एमपी और गुजरात सरकार के श्रमिक श्रम कानून में किए गए बदलाव के विरोध में विरोध करेगें। बता दें 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के एक संयुक्त बयान में कहा गया कि आने वाले 3 जुलाई को राष्ट्रव्यापी विरोध के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी संबद्ध संगठनों से मजदूर वर्ग और ट्रेड यूनियनों का आह्वान करते हैं। जिससे केंद्र द्वारा किए गए श्रम कानून में बदलाव को वापस लिए जाने की मांग की जा सके।
आपको बता दें इस देशव्यापी विरोध प्रदर्शन में इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस, ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस, हिंद मजदूर सभा, सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन, ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर, ट्रेड यूनियन को-ऑर्डिनेशन सेंटर, ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस, सेल्फ-एम्प्लॉइड वुमेंस एसोसिएशन, लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन और यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस शामिल होंगे।