देश की राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन पर SC में याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका में शाहीन बाग में चल रहे धरने प्रदर्शन को समाप्त करने की मांग की गई है।
दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में पिछले एक महीने से नागरिकता कानून के विरोध में धरना प्रदर्शन चल रहा है। CAA के खिलाफ इस प्रदर्शन में देश के राजनीतिक दलों के नेताओं के अलावा कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया है।
इससे पहले इन प्रदर्शनों में बच्चों के शामिल होने को लेकर बाल आयोग ने आपत्ति जताई थी। प्रदर्शन से संबंधित वीडियो में बच्चों की मौजूदगी पर दक्षिण पूर्व दिल्ली की डीएम को नोटिस भी जारी किया जा चुका है। इस नोटिस का 10 दिनों में जवाब मांगा गया था।
इन विरोध प्रदर्शनों के बीच राजनीति भी जोरों पर है। BJP अब प्रदर्शन के मुद्दे पर खुलकर सामने आ चुकी है।BJP नेता विजय गोयल ने पत्रकारों से बात करते हुए इस प्रदर्शन को सुरक्षा के लिए खतरा बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनों को गुमराह लोग आयोजित कर रहे हैं।
दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले एक महीने से ज्यादा समय से CAA के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। पिछले साल 15 दिसंबर को जामिया में CAA विरोधी हिंसक प्रदर्शन के ठीक बाद इस प्रदर्शन की शुरुआत हुई। इन प्रदर्शनों की वजह से शाहीन बाग में प्रदर्शन के कारण आम लोगों की समस्याएं काफी बढ़ गई हैं। रोजाना लोगों को आने-जाने में भी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली के बदरपुर, कालिंदी कुंज और दक्षिणी पूर्व दिल्ली के अन्य इलाकों को नोएडा से जोड़ने वाली मुख्य सड़क लंबे समय से जाम है। जिससे लोगों को आने जाने में बड़ी दिक्कतें हो रही हैं।